मुंबई, 16 दिसंबर (भाषा) स्थानीय शेयर बाजारों में नकारात्मक रुख के बीच सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया नौ पैसे गिरकर 84.89 (अस्थायी) के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कमजोर घरेलू बाजारों और अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल में बढ़ोतरी के कारण भारतीय रुपये में गिरावट आई। हालांकि, अमेरिकी डॉलर की कमजोरी ने इस गिरावट को सीमित किया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 84.83 पर खुला और कारोबार के अंत में यह डॉलर के मुकाबले नौ पैसे गिरकर 84.89 (अस्थायी) पर बंद हुआ।
इससे पहले रुपया शुक्रवार को अपने सर्वकालिक निचले स्तर से उबरकर आठ पैसे की बढ़त के साथ 84.80 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
रुपये का पिछला सर्वकालिक निचला स्तर 12 दिसंबर को दर्ज किया गया था, जब यह डॉलर के मुकाबले 84.88 पर बंद हुआ था।
मिराए एसेट शेयरखान के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमारा अनुमान है कि फेडरल ओपन मार्केट कमेटी (एफओएमसी) द्वारा ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती संभावनाओं और घरेलू बाजारों में कमजोरी के कारण रुपया नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। कच्चे तेल की कीमतों में उछाल से भी रुपये पर दबाव पड़ सकता है।’’
उन्होंने कहा कि एफआईआई की लिवाली और मुद्रास्फीति में कमी से रुपये को निचले स्तर पर समर्थन मिल सकता है। अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के 84.65 से 85.05 के दायरे में कारोबार करने का अनुमान है।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.14 प्रतिशत गिरकर 106.85 पर कारोबार कर रहा था।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.78 प्रतिशत गिरकर 73.91 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर था।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 2,335.32 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भाषा पाण्डेय अजय
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