रुपया सात पैसे टूटकर अब तक के सबसे निचले स्तर 83.70 प्रति डॉलर पर बंद |

रुपया सात पैसे टूटकर अब तक के सबसे निचले स्तर 83.70 प्रति डॉलर पर बंद

रुपया सात पैसे टूटकर अब तक के सबसे निचले स्तर 83.70 प्रति डॉलर पर बंद

:   Modified Date:  July 19, 2024 / 09:26 PM IST, Published Date : July 19, 2024/9:26 pm IST

मुंबई, 19 जुलाई (भाषा) अमेरिकी मुद्रा की तुलना में रुपया शुक्रवार को सात पैसे टूटकर 83.70 प्रति डॉलर के अपने अब तक के अपने सबसे निचले स्तर पर बंद हुआ। कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के बीच अमेरिकी मुद्रा में मजबूती और घरेलू शेयर बाजार में कमजोर रुख से रुपये में गिरावट आई।

विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि कमजोर घरेलू बाजार और तेल की ऊंची कीमतों ने रुपये पर दबाव डाला। हालांकि, भारतीय रिजर्व बैंक के हस्तक्षेप से घरेलू मुद्रा में तेज गिरावट पर रोक लगी।

अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.64 प्रति डॉलर पर खुला। दिन में कारोबार के दौरान यह 83.60 के उच्चस्तर तक गया। अंत में अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले यह 83.70 प्रति डॉलर पर बंद हुआ जो पिछले बंद भाव से सात पैसे की गिरावट है।

रुपया बृहस्पतिवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पांच पैसे की गिरावट के साथ 83.63 प्रति डॉलर के नये निम्न स्तर पर बंद हुआ था।

शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमारा मानना है कि कमजोर वैश्विक बाजारों और अमेरिकी डॉलर की मजबूती के कारण रुपया थोड़ा नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। कमजोर एशियाई और यूरोपीय मुद्राओं का भी रुपये पर असर पड़ सकता है।’’

चौधरी ने कहा कि विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) के निवेश और रिजर्व बैंक के किसी भी हस्तक्षेप से रुपये को निचले स्तर पर समर्थन मिल सकता है। उन्होंने कहा, ‘‘डॉलर:रुपये का हाजिर मूल्य 83.40 रुपये से 83.90 रुपये के दायरे में रहने की संभावना है।’’

इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की मजबूती को परखने वाला डॉलर सूचकांक 0.16 प्रतिशत की बढ़त के साथ 104.33 पर रहा।

वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 0.07 प्रतिशत की मामूली गिरावट के साथ 85.05 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा था।

घरेलू शेयर बाजार में 30 शेयर वाला बीएसई सेंसेक्स 738.81 अंक टूटकर 80,604.65 अंक पर बंद हुआ जबकि निफ्टी 269.95 अंक की गिरावट के साथ 24,530.90 अंक पर बंद हुआ।

इस बीच, कारोबारियों ने कहा कि यूरोपीय मुद्राओं में गिरावट के बाद एशियाई मुद्राओं में भी गिरावट आई है, क्योंकि यूरोपीय सेंट्रल बैंक (ईसीबी) ने अपनी बैठक में ब्याज दर को अपरिवर्तित रखा है और सितंबर में कटौती की संभावना है।

शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने शुक्रवार को शुद्ध रूप से 1,506.12 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।

भाषा राजेश राजेश रमण

रमण

 

(इस खबर को IBC24 टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)