मुंबई, चार नवंबर (भाषा) स्थानीय शेयर बाजार में कमजोरी और विदेशी कोषों की सतत निकासी के बीच सोमवार को डॉलर के मुकाबले रुपया चार पैसे की गिरावट के साथ 84.11 (अस्थायी) के अपने नए सर्वकालिक निचले स्तर पर आ गया।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि भारतीय रुपया नकारात्मक घरेलू बाजारों के दबाव में अबतक के सबसे निचले स्तर पर आ गया। घरेलू शेयर बाजार में एक प्रतिशत से अधिक की गिरावट आई। कच्चे तेल की कीमतों में सुधार और एफआईआई की निकासी से भी निवेशकों की कारोबारी धारणा प्रभावित हुई।
हालांकि, डॉलर में नरमी ने तेज गिरावट को रोक दिया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 84.07 पर खुला। कारोबार के दौरान यह 84.06 के उच्चस्तर और 84.12 के निचले स्तर के बीच कारोबार के बाद अंत में चार पैसे की गिरावट के साथ 84.11 प्रति डॉलर (अस्थायी) के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ।
बृहस्पतिवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले एक पैसे की तेजी के साथ 84.07 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
दिवाली के मौके पर शुक्रवार को विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार बंद रहा था।
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.52 प्रतिशत की गिरावट के साथ 103.73 पर कारोबार कर रहा था।
शेयरखान बाय बीएनपी पारिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा कि शुक्रवार को अमेरिका से निराशाजनक गैर-कृषि पेरोल रिपोर्ट और आईएसएम विनिर्माण पीएमआई आंकड़ों के कारण डॉलर में गिरावट आई। अमेरिका ने अक्टूबर, 2024 में 1,06,000 नौकरियों के पूर्वानुमान के मुकाबले केवल 12,000 नौकरियां जोड़ीं, जबकि आईएसएम विनिर्माण पीएमआई अक्टूबर में 46.5 पर आ गया, जो 47.6 के अनुमान से कम है।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 2.63 प्रतिशत बढ़कर 75.02 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
घरेलू शेयर बाजार में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 941.88 अंक की गिरावट के साथ 78,782.24 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी 309 अंक की गिरावट के साथ 23,995.35 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने शुक्रवार को 211.93 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश अजय
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