मुंबई, नौ दिसंबर (भाषा) अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में सोमवार को रुपया 20 पैसे की करीब एक माह की सबसे बड़ी गिरावट के साथ 84.86 प्रति डॉलर के निचले स्तर पर बंद हुआ। भू-राजनीतिक स्थितियों में असामान्य उतार-चढ़ाव और घरेलू शेयर बाजार में कमजोरी के रुख के बीच रुपये की धारणा प्रभावित हुई और डॉलर के मुकाबले इसमें गिरावट आई।
विदेशी मुद्रा व्यापारियों ने कहा कि आयातकों और विदेशी बैंकों की डॉलर मांग के कारण भी रुपया कमजोर बना हुआ है।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 84.70 प्रति डॉलर पर खुला। कारोबार के दौरान इसने 84.86 के निचले स्तर को छुआ। अंत में यह 20 पैसे लुढ़ककर 84.86 प्रति डॉलर के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ।
शुक्रवार को रुपया पांच पैसे की तेजी के साथ 84.66 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इस बीच, दुनिया की छह अन्य प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.09 प्रतिशत घटकर 105.96 रह गया।
वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा 0.89 प्रतिशत बढ़कर 71.75 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति की घोषणा के बाद निवेशक आगे के संकेतों के लिए औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) और उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति (सीपीआई) के आंकड़ों का इंतजार करेंगे।
भारतीय रिजर्व बैंक ने शुक्रवार को मुद्रास्फीति के जोखिम का हवाला देते हुए अपनी प्रमुख नीतिगत दर को यथावत रखा, लेकिन नकद आरक्षित अनुपात में कटौती की।
स्थानीय शेयर बाजार में 30 शेयरों पर आधारित मानक सूचकांक बीएसई सेंसेक्स 200.66 अंक गिरकर 81,508.46 अंक पर बंद हुआ। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 58.80 अंक घटकर 24,619.00 अंक पर बंद हुआ।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजारों में शुद्ध लिवाल रहे, उन्होंने सोमवार को 724.27 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
भाषा राजेश राजेश अजय
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