मुंबई, 30 अक्टूबर (भाषा) आयातकों की मासांत की डॉलर मांग और कमजोर घरेलू बाजार के कारण अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में बुधवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया तीन पैसे की गिरावट के साथ 84.08 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने कहा कि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के संदिग्ध हस्तक्षेप से रुपये को निचले स्तर पर समर्थन मिला।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 84.06 के भाव पर खुला। यह एक सीमित दायरे में कारोबार के बाद सत्र के अंत में तीन पैसे की गिरावट के साथ 84.08 प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
मंगलवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले दो पैसे की बढ़त के साथ 84.05 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
रुपये ने 11 अक्टूबर को डॉलर के मुकाबले 84.10 के अपने सबसे निचले स्तर को छुआ था।
इस बीच, दुनिया की छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.15 प्रतिशत की गिरावट के साथ 104.16 पर कारोबार आ गया।
वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.53 प्रतिशत बढ़कर 71.50 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
शेयरखान बाय बीएनपी परिबा के शोध विश्लेषक अनुज चौधरी ने कहा, ‘‘हमें उम्मीद है कि कमजोर घरेलू बाजार और एफआईआई की सतत निकासी के कारण रुपया मिले-जुले से नकारात्मक रुख के साथ कारोबार करेगा। आयातकों की मासांत की डॉलर मांग रुपये पर और दबाव डाल सकती है।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हालांकि, निराशाजनक रोजगार बाजार के बीच अमेरिकी डॉलर में नरमी से रुपये को निचले स्तर पर समर्थन मिल सकता है। कारोबारी इस सप्ताह अमेरिका से वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) के आंकड़े और गैर-कृषि पेरोल रिपोर्ट पर नज़र रख सकते हैं।’’
घरेलू शेयर बाजार में 30 शेयरों वाला सेंसेक्स 426.85 अंक की गिरावट के साथ 79,942.18 अंक पर बंद हुआ। निफ्टी 126 अंक की गिरावट के साथ 24,340.85 अंक पर आ गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) पूंजी बाजार में शुद्ध बिकवाल रहे। उन्होंने बुधवार को 4,613.65 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा राजेश राजेश अजय
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