मुंबई, तीन अक्टूबर (भाषा) कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और पश्चिम एशिया में बढ़ते तनाव की चिंताओं के बीच घरेलू शेयर बाजारों में नकारात्मक धारणा के कारण रुपया बृहस्पतिवार को शुरुआती कारोबार में 11 पैसे की गिरावट के साथ 83.93 प्रति डॉलर पर आ गया।
विदेशी मुद्रा कारोबारियों ने बताया कि पूंजी बाजारों से विदेशी पूंजी की निरंतर निकासी तथा अमेरिकी मुद्रा के मजबूत रुख से भी भारतीय मुद्रा पर दबाव पड़ा।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया शुरुआती कारोबार में 83.91 प्रति डॉलर पर खुला। शुरुआती सौदों के बाद 83.93 प्रति डॉलर पर पहुंच गया जो पिछले बंद भाव से 11 पैसे की गिरावट दर्शाता है।
रुपया मंगलवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 83.82 पर बंद हुआ था। महात्मा गांधी जयंती के अवसर पर बुधवार को विदेशी मुद्रा बाजार बंद थे।
इस बीच, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.10 प्रतिशत बढ़त के साथ 101.53 पर रहा।
अंतरराष्ट्रीय मानक ब्रेंट क्रूड 1.11 प्रतिशत की बढ़त के साथ 74.72 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर रहा।
शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) मंगलवार को बिकवाल रहे थे और उन्होंने शुद्ध रूप से 5,579.35 करोड़ रुपये के शेयर बेचे।
भाषा निहारिका
निहारिका