लखनऊ, पांच नवंबर (भाषा) देश में अक्षय ऊर्जा क्षेत्र की अग्रणी कंपनी ‘रीन्यू’ सरकारी स्कूल के बच्चों को भोजन उपलब्ध कराने वाले ‘अक्षय पात्र फाउंडेशन’ के रसोईघरों को सौर ऊर्जा उपलब्ध कराएगी। इसकी शुरुआत उत्तर प्रदेश के आगरा से की जाएगी।
रीन्यू की सह संस्थापक वैशाली निगम सिन्हा ने मंगलवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा कि देश में पर्यावरण संरक्षण के अभियान में सहयोग के लिये ‘रीन्यू’ अक्षय पात्र फाउंडेशन के रसोईघरों में सौर ऊर्जा संयंत्र लगायेगी।
उन्होंने बताया कि एक रसोईघर के सौर ऊर्जाकरण पर करीब दो करोड़ रुपये खर्च होंगे और यह काम निर्माण शुरू होने से दो महीने के अंदर पूरा होगा। रीन्यू यह काम कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (सीएसआर) के तहत रीन्यू फाउंडेशन के जरिये करायेगी।
सिन्हा ने बताया कि अक्षय पात्र फाउंडेशन इस वक्त राजधानी लखनऊ के अलावा गौतम बुद्ध नगर और मथुरा के वृंदावन, मांट और बरसाना में अपने रसोईघरों का संचालन कर रहा है। गोरखपुर में एक रसोईघर निर्माणाधीन है। वहीं आगरा और कानपुर में यह रसोईघर बनाया जाना है। इनका निर्माण तीन-चार माह में होने की संभावना है।
उन्होंने बताया कि अक्षय पात्र फाउंडेशन ने रीन्यू से लखनऊ और कानपुर स्थित अपने रसोईघरों में भी सौर ऊर्जा संयंत्र लगाने का अनुरोध किया है। भविष्य में वह जिन-जिन रसोईघरों के लिये अनुरोध करेगा, वहां सौर ऊर्जा संयंत्र लगाये जाएंगे।
सिन्हा ने बताया कि अक्षय पात्र फाउंडेशन के एक रसोईघर में सौर ऊर्जा संयंत्र लगने से उसका सालाना 10-12 लाख रुपये का बिजली का खर्च बचेगा। एक अनुमान के मुताबिक, वह इससे अगले 20 साल तक हर वर्ष लगभग एक लाख 25 हजार अतिरिक्त बच्चों को भोजन करा सकेगा।
उन्होंने कहा कि ‘रीन्यू’ अक्षय पात्र फाउंडेशन के रसोईघरों में लगाये जाने वाले सौर बिजली संयंत्रों के रखरखाव की जिम्मेदारी 20 वर्षों तक उठायेगी।
सिन्हा ने कहा कि रीन्यू का लक्ष्य समुदायों के उत्थान के लिए अक्षय ऊर्जा क्षेत्र में अपनी विशेषज्ञता का फायदा उठाकर दीर्घकालिक सार्थक बदलाव लाने का है।
अक्षय पात्र फाउंडेशन एक गैर-लाभकारी संगठन है जो सरकार के ‘पीएम पोषण अभियान’ का कार्यान्वयन भागीदार है और साल 2000 से वंचित स्कूली बच्चों को मध्याह्न भोजन उपलब्ध करा रहा है।
भाषा सलीम
मनीषा अजय अनुराग
अनुराग