जेरुसलेम, छह मई (भाषा) रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने इजरायल के विशेषज्ञों की एक टीम को भारत आने की अनुमति दिये जाने की मांग की है। विशेषज्ञों की यह टीम कोविड- 19 की त्वरित पहचान के उपकरण भारत में स्थापित करेगी। रिलायंस ने इस प्रणाली को इजरायल के एक स्टार्ट अप से डेढ करोड़ डालर में हासिल किया है।
कंपनी सूत्रों ने पीटीआई- भाषा से कहा कि ब्रेथ आफ हेल्थ (बीओएच) के एक प्रतिनिधिमंडल को रिलायंस के आग्रह पर पहले ही आपात मंजूरी दी जा चुकी है।
इजरायल के चिकित्सा प्रौद्योगिकी कंपनी के विशेषज्ञों की टीम भारत में रिलायंस की टीम को अपनी नवोन्मेषी प्रणाली के बारे में प्रशिषण देगी। यह प्रणाली कोरोना वायरस से ग्रसित लोगों और मरीजों के बारे में शुरुआती स्तर पर ही पहचान कर देगी। प्रणाली कुछ ही सेकंड में परिणाम बता देती है।
बहरहाल, इजरायल ने अपने नागरिकों को दुनिया के सात देशों में जाने से मना किया हुआ है। भारत में इन सात देशों में शामिल है जहां कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
रिलायंस समूह ने जनवरी में बीओएच के साथ उसकी सांस के जरिये कोविड- 19 का परीक्षण करने की प्रणाली को लेकर डेढ करोड़ डालर का समझौता किया है।
समझौते के मुताबिक इस प्रणाली के जरिये रिलायंस इंडस्ट्रीज बड़े पैमाने पर कोविड- 19
की जांच कर सकेगी। कंपनी डेढ करोड़ डालर में ऐसी कई प्रणाली इजरायल से खरीदेगी जिससे एक करोड़ डालर मासिक की लागत पर लाखों परीक्षण किये जा सकेंगे।
बीओएच ने सांसों के जरिये परीक्षण की यह प्रणाली विकसित की है जिसकी सफलता दर 95 प्रतिशत तक बताई जाती है।
भाषा
महाबीर
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