रिलायंस का शुद्ध लाभ चौथी तिमाही में 2.4 प्रतिशत बढ़ा, नेटवर्थ 10 लाख करोड़ रुपये के पार
रिलायंस का शुद्ध लाभ चौथी तिमाही में 2.4 प्रतिशत बढ़ा, नेटवर्थ 10 लाख करोड़ रुपये के पार
(फाइल तस्वीर के साथ)
नयी दिल्ली, 25 अप्रैल (भाषा) विविध कारोबार में सक्रिय रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) ने शुक्रवार को कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 की मार्च तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 2.4 प्रतिशत बढ़कर 19,407 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी ने कहा कि जनवरी-मार्च तिमाही में उसके खुदरा और दूरसंचार कारोबार ने अच्छा प्रदर्शन किया, जिससे तेल और पेट्रोरसायन कारोबार में कमजोरी और उच्च वित्त लागत की भरपाई करने में मदद मिली।
आरआईएल ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि जनवरी-मार्च 2025 तिमाही में उसका एकीकृत शुद्ध लाभ 19,407 करोड़ रुपये यानी प्रति शेयर 14.34 रुपये रहा। इससे एक साल पहले की समान अवधि में यह आंकड़ा 18,951 करोड़ रुपये यानी 14 रुपये प्रति शेयर था।
बाजार पूंजीकरण के लिहाज से देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस ने वित्त वर्ष 2024-25 की अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में 18,540 करोड़ रुपये का लाभ अर्जित किया था।
कंपनी का सालाना मुनाफा 69,648 करोड़ रुपये पर लगभग अपरिवर्तित रहा। हालांकि आरआईएल 2024-25 में 10 लाख करोड़ रुपये से अधिक की नेटवर्थ हासिल करने वाली देश की पहली कंपनी बन गई। इससे पिछले साल कंपनी ने 20 लाख करोड़ रुपये का बाजार पूंजीकरण हासिल किया था।
चौथी तिमाही में ग्राहक आधार बढ़ने से कंपनी के दूरसंचार व्यवसाय में आय बढ़ी, जबकि तेजी से घर तक सामान पहुंचाने की सेवा (क्विक कॉमर्स) ने खुदरा खंड का समर्थन किया। तेल-से-रसायन (ओ2सी) व्यवसाय की कर-पूर्व आय में गिरावट हुई, जबकि कर-पूर्व लाभ 3.6 प्रतिशत बढ़कर 48,737 करोड़ रुपये हो गया।
दूरसंचार और डिजिटल कारोबार की इकाई जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड का मुनाफा चौथी तिमाही में 26 प्रतिशत बढ़कर 7,022 करोड़ रुपये और पूरे साल के लिए 22 प्रतिशत बढ़कर 26,120 करोड़ रुपये हो गया। इस व्यवसाय ने सभी चार प्रमुख मानकों – प्रति मिनट डेटा उपयोग, डेटा खपत, औसत प्रति उपयोगकर्ता आय और ग्राहकों की संख्या – में वृद्धि हुई है।
जियो का ग्राहक आधार बढ़कर 48.82 करोड़ हो गया। यह आंकड़ा अक्टूबर-दिसंबर 2024 में 48.21 करोड़ और जनवरी-मार्च 2024 में 48.18 करोड़ था। प्रति उपयोगकर्ता औसत राजस्व बढ़कर 206.2 रुपये हो गया, जो इससे पिछली तिमाही में 203.3 रुपये और एक साल पहले इसी तिमाही में 181.7 रुपये था।
खुदरा शाखा रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड ने लाभ में सालाना आधार पर 29 फीसदी की वृद्धि दर्ज की, और यह 3,545 करोड़ रुपये रही। कंपनी ने 238 नए स्टोर खोले, जिससे इनकी संख्या बढ़कर 19,340 हो गई। स्टोरों का संचालन बेहतर बनाने के कारण परिचालन क्षेत्र 2.1 प्रतिशत घटकर 7.74 करोड़ वर्ग फुट रह गया।
तेल-से-रसायन व्यवसाय की कर-पूर्व आय चौथी तिमाही में 10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,080 करोड़ रुपये रही। इसमें पूरे वित्त वर्ष के दौरान 12 प्रतिशत की गिरावट हुई।
रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 वैश्विक कारोबारी माहौल के लिहाज से एक चुनौतीपूर्ण साल रहा, जिसमें कमजोर वृहद आर्थिक स्थितियां और बदलते भू-राजनीतिक हालात शामिल हैं।
उन्होंने कहा, ”परिचालन अनुशासन, ग्राहक केंद्रित नवाचार और भारत की वृद्धि आवश्यकताओं को पूरा करने पर ध्यान देने से रिलायंस को वर्ष के दौरान एक स्थिर वित्तीय प्रदर्शन दर्ज करने में मदद मिली।”
ऊर्जा बाजारों में काफी अस्थिरता के बावजूद ओ2सी व्यवसाय ने लचीला प्रदर्शन दर्ज किया। उन्होंने कहा, ”हमारी व्यावसायिक टीमों ने मूल्य श्रृंखलाओं में मार्जिन को बढ़ाने के लिए एकीकृत संचालन और फीडस्टॉक लागतों का अनुकूलन किया।”
उन्होंने कहा कि खुदरा क्षेत्र ने भी लगातार वृद्धि दर्ज की है और कंपनी ने परिचालन क्षमता और दीर्घकालिक स्थिरता में सुधार करने पर जोर दिया।
उन्होंने नए ऊर्जा कारोबार के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि 2024-25 के दौरान रिलायंस ने नवीकरणीय ऊर्जा और बैटरी परिचालन में अपनी परियोजनाओं के लिए एक मज़बूत नींव रखी। उन्होंने भरोसा जताया कि नया ऊर्जा कारोबार रिलायंस, भारत और दुनिया के लिए महत्वपूर्ण मूल्यवर्धन करेगा।
भाषा पाण्डेय प्रेम
प्रेम

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