नयी दिल्ली, 22 अक्टूबर (भाषा) रिलायंस इंडस्ट्रीज और वॉल्ट डिज्नी के मीडिया कारोबार के विलय को मंजूरी देते हुए प्रतिस्पर्धा नियामक ने सात टीवी चैनल की बिक्री करने और क्रिकेट आयोजनों के प्रसारण अधिकार के लिए विज्ञापन स्लॉट की बिक्री को न जोड़ने के लिए कहा है।
भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (सीसीआई) ने दोनों समूहों की मीडिया परिसंपत्तियों के विलय के लिए इन उपायों को अनुमोदित किया है। इस विलय से 70,000 करोड़ रुपये की देश की सबसे बड़ी मीडिया कंपनी अस्तित्व में आएगी।
सीसीआई ने इस सौदे को मंजूरी दिए जाने के करीब दो महीने बाद मंगलवार को अपना विस्तृत आदेश प्रकाशित किया। इसमें विलय के बाद संभावित प्रतिस्पर्धा-रोधी स्थितियों से निपटने के लिए विभिन्न उपचारात्मक उपायों की सूची दी गई है।
विलय के बाद बनने वाली नई कंपनी के पास इंडियन प्रीमियर लीग (टीवी और डिजिटल), आईसीसी क्रिकेट टूर्नामेंट (टीवी और डिजिटल), विंबल्डन, प्रो कबड्डी लीग और बीसीसीआई घरेलू क्रिकेट मैचों के प्रसारण अधिकार होंगे।
विज्ञापन उद्योग ने रिलायंस मीडिया परिसंपत्तियों और वॉल्ट डिज्नी के नियंत्रण वाली स्टार इंडिया के विलय पर चिंता जताते हुए कहा था कि प्रमुख क्रिकेट आयोजनों के प्रसारण के दौरान विज्ञापनों के लिए ज्यादा शुल्क लगाया जा सकता है।
सीसीआई के आदेश के मुताबिक, दोनों पक्षों ने फैसला किया है कि ‘वे अपने प्रसारण अधिकार वाले आईसीसी टूर्नामेंट और आईपीएल मैचों के लिए अपने टीवी और ओटीटी मंचों पर विज्ञापन दरों को अनुचित रूप से नहीं बढ़ाएंगे।’’
सीसीआई ने रिलायंस इंडस्ट्रीज और वॉल्ट डिज्नी दोनों को प्रतिस्पर्धा-रोधी आशंकाओं के चलते कारण बताओ नोटिस भेजा था। इसके जवाब में दोनों पक्षों ने स्वेच्छा से प्रतिबद्धता जताई है कि वे अपने पास उपलब्ध सभी तीन क्रिकेट अधिकारों के लिए ओटीटी विज्ञापन स्लॉट बिक्री को एक साथ नहीं जोड़ेंगे।
इस बीच, दोनों ओटीटी मंच डिज्नी प्लस हॉटस्टार और जियोसिनेमा अलग-अलग काम करना जारी रखेंगे।
सीसीआई के आदेश के मुताबिक, स्टार जलसा मूवीज, स्टार जलसा मूवीज एचडी, कलर्स मराठी और कलर्स मराठी एचडी सहित सात चैनल को बेचा जाएगा। इनमें से पांच चैनल का संचालन वायकॉम 18 करती है जो रिलायंस इंडस्ट्रीज का हिस्सा है। वहीं स्टार इंडिया के चैनल हंगामा और सुपर हंगामा को भी बेचा जाएगा।
इसके साथ ही सीसीआई ने इन चैनल की खरीद ज़ी एंटरटेनमेंट, कल्वर मैक्स एंटरटेनमेंट (सोनी पिक्चर्स) या दक्षिण-आधारित सन टीवी नेटवर्क की तरफ से नहीं किए जाने की भी शर्त लगाई है।
विनिवेश वाले टीवी चैनल की बिक्री की निगरानी के लिए नियामक एक स्वतंत्र एजेंसी नियुक्त करेगा।
सीसीआई ने 28 अगस्त को कहा था कि उसने रिलायंस इंडस्ट्रीज और द वॉल्ट डिज्नी कंपनी की मीडिया परिसंपत्तियों के विलय को मंजूरी दे दी है। वर्ष 2024 की शुरुआत में इस विलय सौदे की घोषणा की गई थी।
हालांकि, इस सौदे को प्रतिस्पर्धा आयोग की तरफ से जांच का सामना करना पड़ा। सौदे की मूल लेनदेन संरचना में कुछ संशोधनों का प्रस्ताव देने के बाद यह मंजूरी दी गई है।
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