नयी दिल्ली, 19 मार्च (भाषा) हिंदुजा समूह की कंपनी इंडसइंड इंटरनेशनल होल्डिंग्स लिमिटेड (आईआईएचएल) ने कर्ज समाधान प्रक्रिया पूरी होने के बाद बुधवार को रिलायंस कैपिटल का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया।
आईआईएचएल ने कर्ज समाधान प्रक्रिया के तहत स्वीकृत राशि का कर्जदाताओं को भुगतान कर कर्ज में डूबी इस कंपनी का अधिग्रहण किया है।
सूत्रों ने कहा कि आईआईएचएल ने रिलायंस कैपिटल (आरकैप) और उसकी अनुषंगी इकाइयों के निदेशक मंडल का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया है और नए निदेशक मंडल की पहली बैठक बुधवार को संपन्न हुई।
सूत्रों के मुताबिक, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की तरफ से अनुमोदित नए बोर्ड सदस्यों में मोजेज हार्डिंग जॉन और अरुण तिवारी शामिल हैं।
इस अधिग्रहण के साथ ही आईआईएचएल का आरकैप से जुड़ी करीब 40 इकाइयों पर नियंत्रण स्थापित हो गया है। इनमें रिलायंस निप्पॉन लाइफ इंश्योरेंस, रिलायंस जनरल इंश्योरेंस, रिलायंस सिक्योरिटीज और रिलायंस एसेट रिकंस्ट्रक्शन जैसी प्रमुख सहायक कंपनियां शामिल हैं।
आईआईएचएल अप्रैल, 2023 में 9,650 करोड़ रुपये की बोली के साथ कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया के तहत सफल समाधान आवेदक बनकर उभरी थी।
आईआईएचएल के चेयरमैन अशोक हिंदुजा ने मंगलवार को कहा था कि इस अधिग्रहण के साथ हम बैंकिंग के अलावा बीमा कारोबार में भी प्रवेश करने जा रहे हैं।
उन्होंने बीमा कंपनियों को सूचीबद्ध कराने के बारे में पूछे जाने पर कहा था कि दो साल के मूल्य सृजन के बाद ऐसा हो सकता है।
हिंदुजा ने विश्वास जताया कि आरकैप के अधिग्रहण के साथ आईआईएचएल 2030 तक 50 अरब डॉलर के मूल्यांकन का लक्ष्य लेकर चल रही है।
इस साल की शुरुआत में आईआईएचएल ने भारतीय रिजर्व बैंक, भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (इरडा) और संबंधित शेयर एवं जिंस बाजारों से अधिग्रहण के लिए सभी जरूरी मंजूरियां हासिल कीं।
अनिल धीरूभाई अंबानी समूह से जुड़ी आरकैप के निदेशक मंडल को रिजर्व बैंक ने कंपनी संचालन में खामियों और भुगतान चूक के कारण नवंबर, 2021 में निलंबित कर दिया था। इसके साथ ही केंद्रीय बैंक ने नागेश्वर राव वाई को कंपनी का प्रशासक नियुक्त किया था।
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