रिलायंस कैंपा के आक्रामक मूल्य निर्धारण, विक्रेताओं को अधिक मार्जिन से पेय बाजार में तनाव: टीसीपीएल

रिलायंस कैंपा के आक्रामक मूल्य निर्धारण, विक्रेताओं को अधिक मार्जिन से पेय बाजार में तनाव: टीसीपीएल

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  • Publish Date - October 19, 2024 / 05:37 PM IST,
    Updated On - October 19, 2024 / 05:37 PM IST

नयी दिल्ली, 19 अक्टूबर (भाषा) रिलायंस के स्वामित्व वाले ब्रांड कैंपा कोला के खुदरा विक्रेताओं को अधिक मार्जिन देने के साथ ही आक्रामक मूल्य निर्धारण ने पेय बाजार को बाधित किया है।

टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट लिमिटेड (टीसीपीएल) के प्रबंध निदेशक और सीईओ सुनील डिसूजा ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि बोतलबंद पेय पदार्थ खंड में प्रतिस्पर्धा बढ़ी है, जिसके चलते कीमतें कम करने के लिए भी मजबूर होना पड़ा है।

डिसूजा ने शुक्रवार देर शाम कंपनी के आय नतीजों के बाद बातचीत में कहा कि टाटा समूह की कंपनी टीसीपीएल के तैयार पेय व्यवसाय से राजस्व सितंबर तिमाही में 11 प्रतिशत घटकर 154 करोड़ रुपये रह गया। ऐसा प्रतिस्पर्धी मूल्य निर्धारण के कारण हुआ।

रिलायंस रिटेल के कैंपा कोला ने अपनी 10 रुपये वाली पीईटी बोतल के साथ पेय बाजार को प्रभावित किया है, जिससे प्रतिद्वंद्वी पेय निर्माताओं को अपनी बाजार हिस्सेदारी बनाये रखने के लिए कीमतें कम करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

डिसूजा ने कैंपा का नाम लिए बिना कहा कि एक अलग कीमत के साथ आने वाले एक नये खिलाड़ी ने उद्योग को बाधित कर दिया।

उन्होंने कहा कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों ने इस दिशा में तेजी से बदलाव किया, हालांकि टीसीपीएल ने ऐसा नहीं कर सकी।

उन्होंने आगे कहा कि टीसीपीएल प्रतिस्पर्धियों के मुकाबले 30 प्रतिशत प्रीमियम पर और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के मुकाबले लगभग 20 प्रतिशत प्रीमियम पर स्वादयुक्त ग्लूकोज आधारित पेय बेच रहा था।

उन्होंने कहा कि ऐसे में ग्लूको प्लस की कीमत को कम किया गया, क्योंकि कंपनी अपनी बाजार हिस्सेदारी खोना नहीं चाहती है।

भाषा पाण्डेय

पाण्डेय