नयी दिल्ली, 18 फरवरी (भाषा) रियल एस्टेट कंपनियां और वित्तीय संस्थानों को अगले छह महीनों के दौरान संपत्ति बाजार में तेजी बने रहने की उम्मीद है।
नाइट फ्रैंक और नारेडको की रिपोर्ट के अनुसार, उन्हें उम्मीद है कि उच्च मांग की मौजूदा रफ्तार बनी रहेगी।
रियल एस्टेट सलाहकार नाइट फ्रैंक और रियल एस्टेट निकाय नारेडको ने रविवार को 2023 की चौथी तिमाही (अक्टूबर-दिसंबर 2023) के लिए रियल्टी धारणा सूचकांक का 39वां संस्करण जारी किया।
रिपोर्ट के अनुसार, इस समय धारणा सूचकांक आशावादी क्षेत्र में बना हुआ है, और यह 2023 की तीसरी तिमाही में 59 से बढ़कर चौथी तिमाही में 69 अंक पर पहुंच गया।
धारणा सूचकांक डेवलपर्स, निवेशकों और वित्तीय संस्थानों जैसे आपूर्ति पक्ष के हितधारकों के बीच किए गए सर्वेक्षण पर आधारित है।
इस सूचकांक में 50 से अधिक अंक आशावाद को दर्शाता है, जबकि इससे कम अंक निराशा का संकेत देता है। वहीं इसके 50 पर होने का मतलब ‘तटस्थ’ रुख से होता है।
नाइट फ्रैंक इंडिया के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा कि रियल एस्टेट क्षेत्र ने हाल की तिमाहियों में वृद्धि का एक उल्लेखनीय चरण देखा है। उन्होंने कहा कि यह वृद्धि देश के स्थिर आर्थिक परिदृश्य पर आधारित है।
नारेडको के अध्यक्ष जी हरि बाबू ने कहा कि धारणा सूचकांक भारत की आर्थिक वृद्धि के बारे में आशावाद की ओर इशारा करता है।
उन्होंने कहा कि आवास बाजार में भरोसा बढ़ा है और कार्यालय क्षेत्र में भी वृद्धि की उम्मीद है। यह अगले छह महीनों के लिए सकारात्मक रुझानों का संकेत देता है।
भाषा पाण्डेय अजय
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