मुंबई, 26 नवंबर (भाषा) चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में विज्ञापनों से संबंधित सर्वाधिक शिकायतें रियल एस्टेट क्षेत्र से आई हैं। मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
विज्ञापन जगत के स्व-नियामकीय निकाय एएससीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, रियल एस्टेट क्षेत्र अप्रैल-सितंबर, 2024 के दौरान सबसे अधिक उल्लंघनकारी क्षेत्र के रूप में उभरा है। इस अवधि में सामने आई कुल विज्ञापन संबंधी शिकायतों में एक-तिहाई से अधिक रियल एस्टेट क्षेत्र से संबंधित हैं।
भारतीय विज्ञापन मानक परिषद (एएससीआई) की रिपोर्ट कहती है कि उसे वित्त वर्ष 2024-25 की पहली छमाही के दौरान मिली 4,016 शिकायतों में से 3,031 की जांच की गई। उन विज्ञापनों में से 98 प्रतिशत में कुछ संशोधनों की जरूरत थी।
रिपोर्ट के मुताबिक, डिजिटल मंच ने निकाय द्वारा जांचे गए विज्ञापनों में 2,830 यानी 93 प्रतिशत का योगदान दिया।
विज्ञापन संहिता के उल्लंघन के मामले में रियल एस्टेट क्षेत्र सबसे आगे रहा है। अवैध सट्टेबाजी से जुड़े मामलों की संख्या 29 प्रतिशत रही जबकि स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की हिस्सेदारी आठ प्रतिशत, व्यक्तिगत देखभाल की सात प्रतिशत और खाद्य एवं पेय पदार्थों की छह प्रतिशत रही है।
एक आधिकारिक बयान के मुताबिक, एएससीआई ने पहली छमाही में रियल्टी क्षेत्र के 2,115 विज्ञापनों की समीक्षा की, जिनमें से 1,027 मामलों में महा-रेरा अधिनियम के संभावित उल्लंघन पर कार्रवाई की गई।
अवैध सट्टेबाजी के मोर्चे पर निकाय ने कहा कि 890 विज्ञापनों को गैरकानूनी विदेशी सट्टेबाजी मंचों को बढ़ावा देने और डिजिटल स्थलों का बेजा फायदा के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय (एमआईबी) को अवगत कराया गया।
भाषा प्रेम प्रेम अजय
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