कोरोना संकट के बीच आरबीआई ने संभाला मोर्चा, रेपो रेट में कमी, इस अवधि में नहीं माना जाएगा डिफॉल्टर

कोरोना संकट के बीच आरबीआई ने संभाला मोर्चा, रेपो रेट में कमी, इस अवधि में नहीं माना जाएगा डिफॉल्टर

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  • Publish Date - March 27, 2020 / 05:44 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:08 PM IST

नई दिल्ली । वैश्विक महामारी कोरोना वायरस तेजी से पैर पसार रहा है। भारत में भी कोरोना पीड़ितों की संख्या लगभग 700 पहुंच गई है। पूरा देश लॉक डाउन है। इससे देश की इकॉनमी भी प्रभावित हो रही है। इन तमाम परिस्थितियों को देखते हुए रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के गवर्नर शक्तिकांत दास ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके रेपो और रिवर्स रेपो रेट में कटौती का ऐलान किया है। शक्तिकांत दास ने कहा कि आरबीआई ने रेपो रेट में 75 बेसिस प्वॉइंट की कटौती की है। इसके बाद रेपो रेट 4.44 पर आ गया है। रिवर्स रेपो रेट में 90 बेसिस प्वॉइंट की कटौती की गई है। आरबीआई गर्वनर शक्तिकांत दास की यह प्रेस कॉन्फ्रेंस ऐसे वक्त में हुई है, जब एक दिन पहले वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 1.70 लाख करोड़ के पैकेज का ऐलान किया था।

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आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से देश के अधिकतर क्षेत्रों में असर पड़ा है। इकॉनामी को बेहतर बनाए रखने वाले हम निर्णय कर रहे हैं। आरबीआई ने सीआरआर में 100 बेसिस पॉइंट की कटौती की है। इसके बाद यह तीन फीसदी पर आ गया है।

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आरबीआई गवर्नर ने स्वीकार किया हे कि कोरोना वायरस के संकट की वजह से इस बात की संभावना बढ़ गई है कि पूरी दुनिया का बड़ा हिस्सा मंदी की चपेट में आ जाए। आरबीआी गर्वनर ने कहा कि कच्चे तेल के दाम और मांग में कमी से मुख्य (कोर) मुद्रास्फीति कम होगी। उन्होंने कहा, ‘मौद्रिक नीति समिति के चार सदस्यों ने रेपो दर में कटौती के पक्ष में जबकि दो ने विरोध मे मतदान किया।’ शक्ति दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति ने अनिश्चित आर्थिक माहौल को देखते हुए अगले साल के लिए आर्थिक वृद्धि, मुद्रास्फीति के बारे में अनुमान नहीं लगाया जा रहा है। दास ने आगे कहा कि मौजूदा स्थिति पर आरबीआई की कड़ी नजर बनी हुई है। नकदी बढ़ाने के लिए हर कदम उठाए जाएंगे।

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इससे पहले गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने किसानों से लेकर महिला, दिहाड़ी मजदूरों से लेकर स्वास्थ्य कर्मचारियों यानि हर वर्ग के लोगों के लिए विशेष पैकेज का ऐलान किया था।