स्थानीय मुद्राओं के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए आरबीआई, मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण में समझौता

स्थानीय मुद्राओं के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए आरबीआई, मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण में समझौता

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  • Publish Date - November 21, 2024 / 09:30 PM IST,
    Updated On - November 21, 2024 / 09:30 PM IST

मुंबई, 21 नवंबर (भाषा) भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) और मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण (एमएमए) ने बृहस्पतिवार को सीमापार लेनदेन के लिए स्थानीय मुद्राओं- भारतीय रुपया (आईएनआर) और मालदीव रूफिया (एमवीआर) के उपयोग को बढ़ावा देने को एक रूपरेखा तैयार करने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए।

समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकान्त दास और मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण के गवर्नर अहमद मुनव्वर ने हस्ताक्षर किए।

आरबीआई ने बयान में कहा, “समझौता ज्ञापन चालू खाता लेनदेन, स्वीकार्य पूंजी खाता लेनदेन और दोनों देशों द्वारा सहमत किसी भी अन्य आर्थिक और वित्तीय लेनदेन में रुपया और एमवीआर के उपयोग को बढ़ावा देता है।”

यह ढांचा निर्यातकों और आयातकों को अपनी-अपनी घरेलू मुद्राओं में चालान बनाने और निपटान करने में सक्षम बनाएगा, जिससे विदेशी मुद्रा बाजार में आईएनआर-एमवीआर जोड़ी में व्यापार का विकास संभव हो सकेगा।

आरबीआई ने कहा कि स्थानीय मुद्राओं के उपयोग से लेनदेन की लागत और निपटान समय में बचत होगी।

आरबीआई ने कहा, “यह सहयोग आरबीआई और एमएमए के बीच द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।”

भाषा अनुराग अजय

अजय