नई दिल्ली। RBI Repo Rates 2022 : भारतीय रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति अगले सप्ताह अपनी बैठक में नीतिगत दर रेपो में 0.35 प्रतिशत की वृद्धि का फैसला कर सकती है। अमेरिकी ब्रोकरेज कंपनी बोफा सिक्योरिटीज की एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है, कि रेपो दर में वृद्धि के साथ नीतिगत रुख को सूझबूझ के साथ कड़ा किया जा सकता है। बता दे कि रिपोर्ट एमपीसी की बैठक से पहले ही जारी की गयी है। वही समिति की बैठक तीन अगस्त से शुरू होगी और पांच अगस्त को मौद्रिक नीति समीक्षा पेश की जाएगी।
RBI Repo Rate: रिजर्व बैंक ने बढ़ती महंगाई को काबू में लाने के लिये मई और जून में नीतिगत दर में कुल 0.90% की वृद्धि की। खुदरा मुद्रास्फीति केंद्रीय बैंक के संतोषजनक स्तर 2 से 6% के दायरे से बाहर चली गयी है। ब्रोकरेज कंपनी ने अप्रैल की मौद्रिक नीति समीक्षा का जिक्र करते हुए कहा है, कि केंद्रीय बैंक प्रभावी रूप से नीतिगत दर 1.30% बढ़ा चुका है।
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RBI Repo Rate: बता दे कि उस समय शीर्ष बैंक ने स्थायी जमा सुविधा शुरू की थी। रिपोर्ट के मुताबिक, ‘हमारा अनुमान है कि मौद्रिक नीति समिति रेपो दर में 0.35 प्रतिशत की वृद्धि कर इसे 5.25 प्रतिशत कर सकती है। यह कोविड-पूर्व स्तर से अधिक है। साथ ही उदार रुख को बदलकर सूझबूझ के साथ कड़ा करने की राह अपना सकती है। इसमें कहा गया है, कि एमपीसी वित्त वर्ष 2022-23 में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति और वास्तविक जीडीपी वृद्धि दर के अनुमान को क्रमश: 6.7 % और 7.2 % पर बरकरार रख सकती है।