रतन टाटा के निधन से उद्योग जगत में शोक की लहर

रतन टाटा के निधन से उद्योग जगत में शोक की लहर

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  • Publish Date - October 10, 2024 / 10:40 AM IST,
    Updated On - October 10, 2024 / 10:40 AM IST

(फाइल फोटो के साथ)

नयी दिल्ली, 10 अक्टूबर (भाषा) उद्योगपति रतन टाटा के निधन से उद्योग जगत में शोक की लहर दौड़ गई। भारतीय उद्योगपतियों ने उनके निधन को टाटा समूह से परे सभी भारतीयों के लिए एक बड़ी क्षति बताया है।

टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा ने बुधवार रात करीब साढ़े 11 बजे मुंबई के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली। वह 86 वर्ष के थे।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के प्रमुख मुकेश अंबानी ने एक बयान में कहा, ‘‘ यह भारत और भारतीय उद्योग के लिए बेहद दुखद है। रतन टाटा का निधन केवल टाटा समूह के लिए नहीं बल्कि हर एक भारतीय के लिए बड़ी क्षति है। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘ व्यक्तिगत तौर पर रतन टाटा के निधन से मुझे बेहद दुख पहुंचा है… मैंने एक प्रिय मित्र खो दिया है। उनके साथ मेरी हर एक मुलाकात ने मुझे प्रेरित किया है… रतन टाटा आप हमेशा मेरे दिल में रहेंगे…।’’

आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला ने कहा कि टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा के निधन से भारत और भारतीय उद्योग जगत ने एक दूरदर्शी व्यक्तित्व को खो दिया।

टाटा के निधन पर अपने शोक संदेश में बिड़ला ने कहा कि उनके फैसलों ने आर्थिक वृद्धि से परे लोगों के जीवन तथा उद्योगों को प्रभावित किया है।

बिड़ला ने कहा, ‘‘ पिछले कई दशकों से मेरे परिवार और मेरी कई पीढ़ियों का टाटा के साथ करीबी संबंध रहा है। रतन टाटा ने टाटा समूह के बेहतरीन आदर्शों को मूर्त रूप दिया। उनके निर्णयों ने वित्तीय मापदंडों से कहीं आगे जाकर जीवन और उद्योगों को प्रभावित किया है। उनकी विरासत भारतीयों की भावी पीढ़ियों को ईमानदारी के साथ सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करेगी। भारत और भारतीय उद्योग जगत ने एक सच्चे दूरदर्शी व्यक्तित्व को खो दिया है।’’

महिंद्रा समूह के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) अनीश शाह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘ रतन टाटा के निधन की खबर से बेहद दुखी हूं। उनका दृष्टिकोण व्यवसाय से परे था, जिसने एक पीढ़ी को उद्देश्य और निष्ठा के साथ काम करने के लिए प्रेरित किया।’’

टीवीएस मोटर कंपनी के मानद चेयरमैन वेणु श्रीनिवासन ने कहा कि दिवंगत रतन टाटा वास्तव में एक बेहतरीन कारोबारी थे, जिन्होंने देश को व्यापारिक हितों से ऊपर रखा और उनका दृष्टिकोण वास्तव में देश तथा उसके लोगों के लिए परिवर्तनकारी साबित हुआ।

श्रीनिवासन ने बयान में कहा, ‘‘ टाटा वास्तव में एक बेहतरीन कारोबारी थे, एक ऐसा उद्योगपति जो सदी में एक बार ही किसी देश को मिलता है।’’

आरपीएसजी समूह के चेयरमैन संजीव गोयनका ने कहा कि टाटा के निधन से ‘‘ दुनिया ने एक सच्चे दूरदर्शी और मानवतावादी को खो दिया है।’’

गोयनका ने कहा, ‘‘ व्यापार और समाज के लिए रतन टाटा का अद्वितीय योगदान हमेशा उनकी विरासत रहेगा। ’’

अपोलो हॉस्पिटल्स की संयुक्त प्रबंध निदेशक संगीता रेड्डी ने कहा कि टाटा ने अनगिनत व्यक्तियों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा, ‘‘ मैं उनके साथ हुई कुछ मुलाकातों को याद कर रही हूं और बहेद दुखी हूं.. हर मुलाकात में उनकी बुद्धिमत्ता और दयालुता ने मुझे बहुत प्रभावित किया।’’

भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन सी. एस. शेट्टी ने भी उनके निधन पर शोक जताया और कहा कि रतन टाटा ने देश के औद्योगिक तथा परोपकारी परिदृश्य को आकार दिया।

शेट्टी ने कहा, ‘‘ टाटा संस में उनके नेतृत्व ने कॉर्पोरेट जिम्मेदारी और नवाचार को फिर से परिभाषित किया, तथा टाटा समूह को नैतिक मूल्यों के साथ एक वैश्विक शक्ति के रूप में स्थापित किया।’’

भाषा

निहारिका मनीषा

मनीषा