राजस्थान तिलम संघ का राजफैड में होगा विलय

राजस्थान तिलम संघ का राजफैड में होगा विलय

राजस्थान तिलम संघ का राजफैड में होगा विलय
Modified Date: November 29, 2022 / 07:45 pm IST
Published Date: October 8, 2020 2:01 pm IST

जयपुर, आठ अक्टूबर (भाषा) राजस्थान सरकार सहकारिता के ढांचे को मजबूत करने के लिये तिलम संघ का राजफैड में विलय की प्रक्रिया शुरू करेगी।

सहकारिता मंत्री उदयलाल आंजना ने बताया कि तिलम संघ इस समय लगभग 167 करोड़ रुपये के घाटे में है तथा उसपर लगभग 151 करोड़ रुपये की देनदारिया है। सहकारिता के ढांचे को मजबूत करने की दिशा में यह कदम उठाया जा रहा है।

आंजना ने कहा कि 1991 से पहले तिलम संघ राजस्थान राज्य सहकारी विपणन संघ (राजफैड) का ही अंग था लेकिन विश्व बैंक की शर्तो के आधार पर 1991 में राजफैड से अलग कर तिलम संघ की स्थापना की गई थी तथा वर्ष 2008 से तिलम संघ के तीनों उत्पादन संयत्र (कोटा, श्रीगंगानगर व फतेहनगर) बंद है। इन संयत्रों की मशीनरी भी पुरानी हो चुकी है।

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सहकारिता मंत्री ने कहा कि तिलम संघ के राजफैड में विलय से राजफैड को भी फायदा होगा तथा राजफैड में अधिकारियों एवं कर्मचारियों के रिक्त पदों की भी पूर्ति हो जाएगी।

उन्होंने कहा कि तिलम संघ के पास बाजार दर से लगभग 500 करोड़ की संपत्तियां है, जो राजफैड़ में तिलम संघ के विलय होने पर राजफैड के पास आ जाएगी।

उन्होंने निर्देश दिए कि तिलम संघ के राजफैड़ में विलय की प्रक्रिया को नियमानुसार किया जाए। तिलम संघ में वर्तमान में 113 कार्मिक कार्यरत है। जिनमें से 40 कार्मिक अगले वर्ष सेवानिवृत हो रहे है। तिलम संघ के विलय होने पर 89 कार्मिक राजफैड में समायोजित होंगे।

भाषा कुंज पृथ्वी अमित महाबीर

महाबीर


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