जयपुर, 20 नवंबर (भाषा) मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने बुधवार को कहा कि उनकी सरकार अगले पांच साल में राज्य की अर्थव्यवस्था को दोगुना कर 350 अरब डॉलर करने का लक्ष्य लेकर चल रही है।
वे यहां सचिवालय में सिंगापुर के प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य राजस्थान को अगले पांच वर्षों में 180 अरब से दोगुना करके 350 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाना है।
उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विकसित भारत-2047 के लक्ष्य के अनुसार हम भी विकसित राजस्थान-2047 के लिए काम कर रहे हैं और सिंगापुर इसमें हमारा बहुत महत्वपूर्ण साझेदार बन सकता है।”
आधिकारिक बयान के अनुसार, उन्होंने सिंगापुर से आए प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए कहा कि राजस्थान की संस्कृति ‘अतिथि देवो भवः’ की रही है तथा राजस्थान अपने अद्वितीय संस्कृति और विरासत के लिए दुनियाभर में मशहूर है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी की ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ का सिंगापुर बहुत महत्वपूर्ण भागीदार है तथा सिंगापुर ने अपने आर्थिक मॉडल से विश्व को प्रेरित किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राजस्थान में स्वास्थ्य, जल संचय, उद्योग सहित विभिन्न क्षेत्रों में अभूतपूर्व काम हो रहा है। राज्य के लोगों को सुलभ स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए “हमनें कुल बजट का 8.26 प्रतिशत बजट स्वास्थ्य क्षेत्र को दिया है। वहीं, ‘कैच द रैन’ तथा मुख्यमंत्री जल स्वावलंबन 2.0 के माध्यम से राज्य में जल संचय को बढ़ावा दिया जा रहा है।”
शर्मा ने कहा कि राज्य में विश्वभर के लिए निवेश के नए अवसर खोलने के लिए हम आगामी नौ से 11 दिसम्बर को ‘राइजिंग राजस्थान वैश्विक निवेश शिखर सम्मेलन’ का आयोजन करने जा रहे हैं। इस सम्मेलन के तहत अब तक 20 लाख करोड़ रुपये के एमओयू हो चुके हैं। शर्मा ने इसमें सिंगापुर के प्रतिनिधिमंडल को भी आमंत्रित किया।
बैठक में सिंगापुर के डिजिटल विकास और सूचना मंत्रालय वरिष्ठ राज्य मंत्री जेनिल पुथुचेरी, प्रधानमंत्री कार्यालय से वरिष्ठ राज्यमंत्री डेसमंड टैन कोक मेंग, शिक्षा और जनशक्ति राज्य मंत्री गेन सियो हुआंग, शिक्षा और वित्त मंत्रालय से वरिष्ठ संसदीय सचिव शॉन हुआंग एवं संसद सदस्य जी याओ क्वान, राचेल ऑग एवं सक्तियादी सुपाट शामिल थे।
इस मौके पर उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी तथा डॉ. प्रेम चंद बैरवा, उद्योग मंत्री कर्नल राज्यवर्द्धन सिंह राठौड़, चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर, जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री कन्हैया लाल, जल संसाधन मंत्री सुरेश सिंह रावत भी मौजूद थे।
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नोमान अनुराग
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