राहुल गांधी का अर्थव्यवस्था पर आधी-अधूरी नकारात्मक बातें करना हास्यास्पद: भाजपा

राहुल गांधी का अर्थव्यवस्था पर आधी-अधूरी नकारात्मक बातें करना हास्यास्पद: भाजपा

  •  
  • Publish Date - January 21, 2025 / 03:41 PM IST,
    Updated On - January 21, 2025 / 03:41 PM IST

नयी दिल्ली, 21 जनवरी (भाषा) भारतीय जनता पार्टी ने अर्थव्यवस्था पर टिप्पणी को लेकर राहुल गांधी पर पलटवार करते हुए मंगलवार को कहा कि कांग्रेस नेता का भारतीय अर्थव्यवस्था के बारे में आधी-अधूरी नकारात्मक बातें करना हास्यास्पद है।

दरअसल लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष गांधी ने अर्थव्यवस्था के विभिन्न आंकड़ों का हवाला देते हुए केंद्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में सवाल किया कि क्या अर्थव्यवस्था में आम लोगों को उनकी उचित हिस्सेदारी मिल रही है?

उन्होंने दावा किया कि विनिर्माण क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में हिस्सेदारी 60 साल के सबसे निचले स्तर तक चली गई है तथा इस वजह से लोगों को रोजगार के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।

भाजपा के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने इसके जवाब में सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा, ”राहुल गांधी का भारतीय अर्थव्यवस्था पर बार-बार आधी-अधूरी नकारात्मक बातें करना हास्यास्पद है, खासकर जब वह अपनी ही पार्टी की विफलताओं को नजरअंदाज करते हैं।”

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन (पीएलआई) योजना जैसी स्पष्ट नीतियों ने नवंबर 2023 तक 1.03 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश आकर्षित किए हैं। इससे 8.61 लाख करोड़ रुपये का उत्पादन हुआ और 6.78 लाख से अधिक नौकरियां सृजित हुईं हैं।

मालवीय ने कहा कि यह दावा निराधार है कि विनिर्माण क्षेत्र में गिरावट है। उन्होंने कहा कि भारत अब मोबाइल फोन विनिर्माण का वैश्विक केंद्र बन गया है, जहां वार्षिक उत्पादन लगभग 33 करोड़ इकाई तक पहुंच गया है।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार की उपलब्धिों का जिक्र करते हुए कहा कि दूरसंचार उपकरण क्षेत्र में भी पीएलआई योजना के तहत 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की बिक्री हुई है। दिसंबर 2024 में विनिर्माण पीएमआई 56.4 पर था, जो संप्रग शासन के दौरान अक्सर गिरावट के विपरीत विस्तार को दर्शाता है।

भाजपा नेता ने कहा कि राहुल गांधी की कृषि नीतियों पर आलोचना के बावजूद, कृषि एवं ग्रामीण विकास के लिए राष्ट्रीय बैंक (नाबार्ड) के आंकड़े बताते हैं कि ग्रामीण परिवारों की आय 9.5 प्रतिशत की दर से बढ़ रही है, जो मुद्रास्फीति से अधिक है।

उन्होंने कहा कि सितंबर 2024 के नाबार्ड के सर्वेक्षण के अनुसार, 80.1 प्रतिशत ग्रामीण परिवारों ने पिछले वर्ष उपभोग में वृद्धि की सूचना दी है।

मालवीय ने यह भी कहा कि जीएसटी ने आम आदमी के कर बोझ को कम किया है, जो पहले के लगभग 15 प्रतिशत की तुलना में अब औसतन 12.2 प्रतिशत है।

इससे पहले, गांधी ने आरोप लगाया था कि ‘हानिकारक’ जीएसटी और आयकर की मार ने गरीब और मध्यम वर्ग का जीना हराम कर रखा है, जबकि कॉरपोरेट घरानों का कर्जा माफ किया जा रहा है।

गांधी ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘मोदी जी के विकसित भारत की सच्चाई : मेहनत आपकी, मुनाफा किसका? आप सभी के खून पसीने से देश की अर्थव्यवस्था का पहिया घूम रहा है, लेकिन क्या आपको इसमें उचित हिस्सा मिल रहा है? जरा सोचिए।’

भाषा पाण्डेय रमण

रमण