नयी दिल्ली, आठ जनवरी (भाषा) केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री चिराग पासवान ने बुधवार को कहा कि प्रसंस्कृत खाद्य उद्योग वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में प्रमुख योगदान देगा।
इंडसफूड के आठवें संस्करण में अपने उद्घाटन भाषण में, मंत्री ने कहा कि विकसित जीवनशैली और पारिवारिक संरचना में बदलाव के बीच प्रसंस्कृत खाद्य की मांग में कई गुना वृद्धि के कारण भविष्य में इस क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं।
केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री ने कहा, ‘‘मुझे यकीन है कि उद्योग का प्रसंस्कृत खाद्य खंड, प्रधानमंत्री के भारत को ‘विकसित भारत’ (विकसित राष्ट्र) बनाने के दृष्टिकोण और संकल्प में एक प्रमुख योगदानकर्ता होगा।’’
एक सरकारी बयान के अनुसार, पासवान ने यह भी कहा कि भारत कृषि उत्पादक और निर्यातक के रूप में प्रमुख भूमिका निभा सकता है। साथ ही उन्होंने भारतीय व्यंजनों को वैश्विक स्तर पर पहुंचाने की आवश्यकता पर बल दिया।
उन्होंने 100 नई परीक्षण प्रयोगशालाएं स्थापित करने की योजना का संकेत देते हुए खाद्य सुरक्षा, गुणवत्ता के साथ-साथ खाद्य स्वाद को बनाए रखने का भी आह्वान किया।
मंत्री ने बताया कि उनका मंत्रालय जल्दी खराब होने वाली वस्तुओं की ‘शेल्फ लाइफ’ (खराब ना होने की क्षमता) बढ़ाने और नुकसान को कम करने की दिशा में काम कर रहा है।
इस कार्यक्रम में योग गुरु बाबा रामदेव और कई सरकारी अधिकारी मौजूद थे।
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