नयी दिल्ली, सात जनवरी (भाषा) देश के प्रीमियम होटल का प्रति उपलब्ध कमरा राजस्व (रेवपीएआर) वित्त वर्ष 2024-25 में 10 साल के उच्चतम स्तर 5,500-5,800 रुपये पर पहुंच जाएगा।
रेटिंग एजेंसी इक्रा ने मंगलवार को यह अनुमान जताया। वित्त वर्ष 2023-24 में यह आंकड़ा 5,000-5,300 रुपये था।
रेवपीएआर की गणना औसत दैनिक कमरा किराया दर को बुकिंग वाले कमरों की संख्या से गुणा करके की जाती है। वित्त वर्ष 2025-26 में इसके 5,800-6,200 रुपये तक पहुंचने की उम्मीद है।
इक्रा ने 13 बड़ी होटल कंपनियां के आंकड़ों की गणना करके यह निष्कर्ष निकाला है।
रेटिंग एजेंसी को यह भी उम्मीद है कि भारतीय आतिथ्य उद्योग का राजस्व वित्त वर्ष 2024-25 में सालाना आधार पर 7-9 प्रतिशत और वित्त वर्ष 2025-26 में 6-8 प्रतिशत बढ़ेगा।
इक्रा ने कहा कि प्रीमियम होटलों के लिए औसत कमरा किराया (एआरआर) वित्त वर्ष 2024-25 के लिए 7,800-8,000 रुपये (सालाना आधार पर आठ प्रतिशत की वृद्धि) तक पहुंचने का अनुमान है। इसके बाद 2025-26 में इसके 8,400 रुपये तक बढ़ने का अनुमान है।
इक्रा लिमिटेड की उपाध्यक्ष और क्षेत्र प्रमुख (कॉरपोरेट रेटिंग) विनुता एस ने कहा कि वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही (जनवरी-मार्च) और 2025-26 में बाजारों में मांग मजबूत रहने की उम्मीद है।
भाषा पाण्डेय अजय
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