नयी दिल्ली, 16 जनवरी (भाषा) कोरोना वायरस महामारी की तीसरी लहर के बीच राज्यों द्वारा स्थानीय स्तर पर लगाए गए लॉकडाउन अंकुशों की वजह से जनवरी के पहले पखवाड़े में बिजली की खपत मामूली 1.5 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 49.34 अरब यूनिट (बीयू) रही है। बिजली मंत्रालय के आंकड़ों से यह जानकारी मिली है।
एक से 14 जनवरी, 2021 के दौरान बिजली की खपत 48.59 अरब यूनिट रही थी।
बीते साल पूरे जनवरी माह में बिजली की खपत जनवरी, 2020 के 105.15 अरब यूनिट से 4.4 प्रतिशत ऊंची यानी 109.76 अरब यूनिट रही थी।
आंकड़ों के अनुसार, एक से 14 जनवरी के दौरान व्यस्त समय की पूरी की गई बिजली की मांग या दिन में बिजली की सबसे अधिक आपूर्ति 179.59 गीगावॉट की रही। यह पिछले साल की समान अवधि के आंकड़े 178.88 गीगावॉट से कुछ अधिक है।
पिछले साल जनवरी के पूरे महीने में व्यस्त समय की पूरी की गई बिजली की मांग 189.39 गीगावॉट और जनवरी, 2020 में 170.97 गीगावॉट रही थी।
विशेषज्ञों का कहना है कि जनवरी के पहले पखवाड़े में बिजली की खपत में वृद्धि सुस्त रही है। इससे स्पष्ट पता चलता है कि राज्यों द्वारा स्थानीय स्तर पर लगाए गए अंकुशों का असर औद्योगिक और वाणिज्यिक मांग पर पड़ा है। महामारी की तीसरी लहर ने जनवरी में जोर पकड़ा है, जिसके चलते राज्यों ने स्थानीय स्तर पर अंकुश लगाए हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि बिजली की मांग अभी सुस्त रहेगी।
दिसंबर, 2021 में बिजली की खपत 3.4 प्रतिशत बढ़कर 109.25 अरब यूनिट पर पहुंची थी। दिसंबर, 2020 में यह 105.62 अरब यूनिट रही थी। नवंबर, 2021 में बिजली की खपत 2.5 प्रतिशत बढ़कर 99.32 अरब यूनिट रही थी। नवंबर, 2020 में यह आंकड़ा 96.88 अरब यूनिट था।
भाषा अजय अजय पाण्डेय
पाण्डेय