ऊना (हिमाचल प्रदेश), 11 नवंबर (भाषा) हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में इस साल आलू का उत्पादन कम होने की आशंका है। गर्मियों के सीजन में भीषण गर्मी और सर्दियों की शुरुआत में देरी के कारण इस फसल की पैदावार में 30 प्रतिशत की गिरावट आई है।
गेहूं और मक्का के बाद आलू जिले की तीसरी मुख्य फसल है और इसे किसानों की आर्थिक स्थिति की बेहतरी में बड़ा सहारा माना जाता है।
ऊना में आलू की खेती का रकबा करीब 1,200 हेक्टेयर पर स्थिर बना हुआ है। हालांकि, किसानों के मुताबिक, पैदावार में करीब 30 प्रतिशत की गिरावट से इस साल उत्पादन प्रभावित होगा।
जिले में सालाना करीब 20,000-25,000 टन आलू का उत्पादन होता है।
किसान रविंद्र सैनी, अजय कुमार, देसराज और सुखविंदर ने कहा कि आलू की फसल को 3,000-3,600 रुपये प्रति क्विंटल का अच्छा दाम मिल रहा है, लेकिन सितंबर के पहले सप्ताह में उच्च तापमान के कारण फसल की पैदावार बहुत कम रही।
जिले में 35 हजार हेक्टेयर से अधिक भूमि पर गेहूं की बुवाई होती है। इसमें से 28 हजार हेक्टेयर भूमि पर सिंचाई की सुविधा नहीं है। असिंचित क्षेत्रों में समय-समय पर वर्षा की आवश्यकता होती है।
भाषा राजेश राजेश अजय
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