आइजोलः Petrol Pump Closed News Latest Update ऐसा कोई तबका नहीं है, जो महंगाई का मार नहीं झेल रहा हो। मध्यमवर्गीय परिवार की तो महंगाई के इस दौर में अब अपने सुविधाओं में ही कटौती कर रहे हैं। रोजमर्रा की वस्तुओं के साथ-साथ पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी लगातार बढ़ रही है। आम आदमी तो इससे परेशान हैं ही… ये अब वाहनों मालिकों के लिए भी सबब बन गया है। इसी परेशानी को सरकार तक पहुंचाने के लिए वाहन चालकों ने 14 अक्टूबर केा हड़ताल किया था, लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया। अब ये कहा जा रहा है कि दिवाली या त्योहारी सीजन में पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर एक बार फिर प्रदेशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया जा सकता है। ऐसे में एक बार फिर प्रदेश में ईंधन की किल्लत हो सकती है। पूरे प्रदेश में पेट्रोल पंप बंद हो सकते हैं।
Petrol Pump Closed News Latest Update दरअसल, पिछले महीने मिजोरम सरकार ने प्रदेश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी का ऐलान किया था। सरकार ने चार रुपए प्रति लीटर की दर से बढ़ोतरी की थी। सोमवार को मिजोरम कमर्शियल व्हीकल यूनियन के सदस्यों की बैठक हुई, जिसमें 14 अक्तूबर के हड़ताल शुरू करने का फैसला किया गया था। यूनियन का कहना है कि सरकार ने तेल की कीमतों को कम करने की उनकी मांग पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। अपनी मांगों को लेकर एक बार फिर वाहन मालिक संघ फिर से बड़ा फैसला ले सकती है।
मालसावमा ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री के साथ मुलाकात में हमें बताया गया था कि इस मामले पर कैबिनेट बैठक में चर्चा होगी। बाद में हमें बताया गया कि कैबिनेट ने मौजूदा कीमतों को जारी रखने का फैसला किया है। हमारी बार-बार तेल की कीमतें कम करने की मांग के बावजूद हमारी मांग नहीं मानी जा रही है।’ मिजोरम कमर्शियल व्हीकल यूनियन का कहना है कि सरकार तेल की कीमतों से अतिरिक्त 90 करोड़ रुपए का राजस्व कमाना चाहती है और इसी वजह से तेल की कीमतों को कम नहीं किया जा रहा है। यूनियन ने कहा कि राज्य में पेट्रोल की कीमत मौजूदा समय में 99.24 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 88.02 रुपए प्रति लीटर है, जो उत्तर पूर्वी राज्यों में सबसे ज्यादा है।
राज्य सरकार ने पेट्रोल पर 5.23-10 प्रतिशत और डीजल पर 16.36- 18 प्रतिशत वैट बढ़ा दिया है। वहीं राज्य के मंत्री वनलालथलमा का दावा है कि राज्य में सामाजिक और आधारभूत ढांचे के निर्माण के लिए तेल की कीमतों में इजाफा किया गया है। राज्य सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर 2 रुपए प्रति लीटर सामाजिक ढांचे के विकास के लिए और अतिरिक्त दो रुपए प्रति लीटर सड़क निर्माण के लिए सेस लगाने का भी फैसला किया है। सरकार का कहना है कि लोगों की भलाई के लिए तेल की कीमतों में इजाफा किया गया है।