जयपुर: Petrol Price Will Decrease विधानसभा चुनाव की तारीख जैसे-जैसे नजदीक आ रही है सियासी गलियारों का पारा चढ़ते ही जा रहा है। जहां एक ओर सत्ताधारी पार्टी ऐड़ी चोटी का जोर लगा रही है तो दूसरी ओर भाजपा भी सत्ता में वापसी के लिए पूरजोर ताकत झोंक रही है। सत्ता में वापसी की उम्मीद लगाए बैठी भाजपा के केंद्रीय नेताओं का दौरा भी प्रदेश में तेज हो गया है। इसी कड़ी में केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री कल यानि 20 नवंबर को जयपुर पहुंचे और एक चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दौरान केंद्रीय मंत्री ने पेट्रोल की कीमत को कम करने का ऐलान किया है।
Petrol Price Will Decrease केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री ने जयपुर में एक चुनावी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा, “मुझसे पूछा जा रहा है कि अगर राजस्थान में भाजपा सत्ता में आती है तो राज्य में क्या बदलाव आएगा? सबसे पहले, मुझे विश्वास है कि भाजपा आगे है।” यहां सरकार बनाने का निश्चय है और, एक बार जब हम सत्ता में आएंगे, तो हम राजस्थान में पेट्रोल की कीमत देश के बाकी हिस्सों (विपक्ष शासित राज्यों को छोड़कर) के बराबर लाने के लिए काम करेंगे। राजस्थान में पेट्रोल सस्ता होगा अगर हम चुने जाते हैं तो कम से कम 11.80 रुपए प्रति लीटर की सस्ता होगा।”
इस दौरान केंद्रीय मंत्री पुरी ने आरोप लगाया कि राज्य में कांग्रेस सरकार द्वारा लगाए गए अतिरिक्त उपकर की वजह से राजस्थान में पेट्रोल की कीमत देश में सबसे ज्यादा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस सरकार ने पिछले कुछ वर्षों में पेट्रोल और डीजल पर अतिरिक्त शुल्क से 35,975 करोड़ रुपए एकत्र किए हैं।
गौरतलब है कि “पिछले दो सालों में, राजस्थान सरकार ने नवंबर 2021-2022 और 2022-2023 तक पेट्रोल और डीजल पर अतिरिक्त उपकर से 35,975 करोड़ रुपए का टैक्स जमा कर लिया है। पुरी ने कहा है कि अकेले राजस्थान ने 18 अन्य राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को मिलाकर 2000 करोड़ रुपए से अधिक जमा किए हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की तुलना में, फ्यूल पर टैक्स कलेक्शन काफी ज्यादा है।
मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने चुनावी राज्य राजस्थान में कहा है कि आज पूरे देश में पेट्रोल की औसत दर 96.72 रुपए प्रति लीटर है, लेकिन राजस्थान के गंगानगर में पेट्रोल की मौजूदा दर 113.34 रुपए प्रति लीटर है। केंद्र सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल पर अधिक टैक्स लगाने के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयान पर उन पर पलटवार करते हुए पुरी ने कहा कि उन्हें पहले अपने राज्य के मामलों को देखना चाहिए।