कोलकाता, छह अक्टूबर (भाषा) वित्तीय प्रौद्योगिकी कंपनी पेटीएम की तत्काल प्राथमिकता अपने उपभोक्ता भुगतान कारोबार में निवेश करना है, ताकि भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की नियामकीय कार्रवाइयों के बाद खोए उपयोगकर्ता आधार को वापस पाया जा सके। कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
आरबीआई ने पेटीएम पेमेंट्स बैंक को प्रीपेड इंस्ट्रूमेंट्स और वॉलेट्स सहित ग्राहक खातों में जमा स्वीकार करने या क्रेडिट लेनदेन की सुविधा देने से प्रतिबंधित कर दिया था।
अगस्त में, पेटीएम ने अपने टिकटिंग व्यवसाय को खाद्य प्रौद्योगिकी कंपनी ज़ोमैटो को 2,048 करोड़ रुपये में बेच दिया ताकि वह अपने मुख्य परिचालन – भुगतान और वित्तीय सेवा वितरण पर ध्यान केंद्रित कर सके।
पेटीएम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) विजय शेखर शर्मा ने भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की युवा इकाई यंग इंडियंस के कलकत्ता चैप्टर द्वारा आयोजित एक संवाद सत्र के दौरान कहा, “भुगतान हमारा प्राथमिक व्यवसाय बना हुआ है, और व्यापारी पक्ष मजबूत बना हुआ है। हालांकि, विनियामक बाधाओं के कारण हमने एक महत्वपूर्ण उपभोक्ता आधार खो दिया है। आगे बढ़ते हुए, हमारा लक्ष्य उपभोक्ता भुगतान व्यवसाय क्षेत्र में फिर से निवेश करना है।”
उपभोक्ता भुगतान में यूपीआई भुगतान शामिल है, जबकि व्यापारी पक्ष में क्यूआर कोड लेनदेन शामिल है।
भाषा अनुराग पाण्डेय
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