नयी दिल्ली, सात सितंबर (भाषा) खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्री पशुपति कुमार पारस ने मंगलवार को आनलाइन तरीके से गुजरात, कर्नाटक और असम में पांच प्रसंस्करण इकाइयों का उद्घाटन किया। इन इकाइयों की स्थापना 124.44 करोड़ रुपये की परियोजना लागत के साथ की गई है। इसमें 28 करोड़ रुपये का सरकारी अनुदान शामिल है।
इन पांच खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों में से तीन गुजरात में और एक-एक कर्नाटक और असम में हैं। मंत्री ने उद्घाटन के मौके पर संवाददाताओं से कहा कि इन इकाइयों से 708 रोजगार के अवसरों के सृजन में मदद मिली है। साथ ही इनसे 7,600 किसानों को फायदा हुआ है।
पारस ने इस बात को रेखांकित किया कि अनाज, फलों और सब्जियों की बर्बादी को
रोकने के अलावा रोजगार के अवसरों के सृजन तथा किसानों की आमदनी बढ़ाने के लिए खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि सरकार ने 42 विशाल फूड पार्कों को मंजूरी दी है। इनमें से 20 पहले से परिचालन में हैं जबकि शेष अगले दो-तीन साल में परिचालन में आ जाएंगे।
पारस ने कहा कि उनका मंत्रालय मिनी फूड पार्क और शीत भंडारण श्रृंखला बनाने पर भी ध्यान केंद्रित कर रहा है।
मंगलवार को जिन पांच खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों का शुभारंभ किया गया उनमें गुजरात के आणंद में फिनिक्स फ्रोजन (लागत 22.69 करोड़ रुपये), सूरत में एथोस कॉलेज (11.67 करोड़), हेन फ्यूचर नैचुरल प्रोडक्ट्स, तुमकुर-कर्नाटक (36.76 करोड़), असम के नलबारी में ग्रेनटेक फूड्स (19.32 करोड़ रुपये) तथा गुजरात के गांधीनगर में वसंत मसाला (34 करोड़ रुपये) शामिल हैं।
केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय ने फिनिक्स फ्रोजन को 8.02 करोड़ रुपये जबकि अन्य चार इकाइयों में प्रत्येक को पांच करोड़ रुपये उपलब्ध कराये हैं।
पारस ने कहा कि मंत्रालय वर्तमान में खाद्य प्रसंस्करण सप्ताह मना रहा है।
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अजय महाबीर
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