बेंगलुरु, चार फरवरी (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की वैमानिकी कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लि. (एचएएल) ने बृहस्पतिवार को कहा कि अगले साल उसकी ऑर्डर बुक एक लाख करोड़ रुपये को पार कर जाएगी।
एचएएल के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक आर माधवन ने कहा, ‘‘अभी हमारे पास 53,000 करोड़ रुपये के ऑर्डर हैं। यदि आप तेजस (एलसीए) को जोड़ें तो यह 80,000 करोड़ रुपये से अधिक हो जाएंगे। हम अगले साल दो और ऑर्डर एलसीएच और एचटीटी-40 की उम्मीद कर रहे हैं।’’
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एयरो इंडिया-2021 के दौरान माधवन ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम संभवत: अगले साल एक लाख करोड़ रुपये पर पहुंच जाएंगे। यह साल हमारे लिए काफी संतोषजनक रहा है।’’
कंपनी ने कहा कि इससे पहले दिन में भारतीय वायुसेना ने औपचारिक तौर पर एचएएल को उसके एचटीटी-40 टर्बो ट्रेनर का अनुरोध प्रस्ताव (आरएफपी) दिया है।’’
माधवन ने एक सवाल के जवाब में कहा, ‘‘हम शुरुआत में एचटीटी-40 बेंगलुरु में बनाएंगे। वहीं इसे डिजाइन किया गया है। बाद में हम श्रृंखला के उत्पादन के लिए नासिक जाएंगे। शुरुआत में 70 विमानों का उत्पादन होगा। हम 106 विमानों के उत्पादन की तैयारी में हैं।’’
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माधवन ने कहा कि कंपनी को वित्तीय के साथ-साथ अपना परिचालन प्रदर्शन हासिल होने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा, ‘‘कोविड-19 की वजह से लागू लॉकडाउन के दौरान पहली दो तिमाहियों में हमें कुछ मुद्दों का सामना करना पड़ा। पहली तिमाही तो पूरी तरह से बर्बाद हो गई। लेकिन तीसरी तिमाही में हमारी स्थिति सुधरी है और पिछले साल की तुलना में हमने वृद्धि भी दर्ज की है।’’
73 तेजस एमके-1ए संस्करण और 10 एलसीए तेजस-एमके-1 प्रशिक्षण विमान के 48,000 करोड़ रुपये के ऑर्डर पर माधवन ने कहा कि अनुबंध के अनुसार एचएएल को अब से 36 माह में आपूर्ति शुरू करनी है। उन्होंने कहा कि पहले विमान की डिलिवरी मार्च, 2024 में होने की उम्मीद है।