नयी दिल्ली, 20 अगस्त (भाषा) केंद्रीय बिजली मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने मंगलवार को तापीय परियोजनाओं पर ‘ऑनलाइन’ नजर रखने के लिए पोर्टल…प्रॉम्प्ट… शुरू किया।
इसके अलावा, उन्होंने केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) के नियमों का सार-संग्रह भी पेश किया।
बिजली मंत्रालय ने मंगलवार को बयान में कहा कि ‘प्रॉम्प्ट’ पोर्टल वास्तविक समय पर निगरानी और विश्लेषण की सुविधा प्रदान करता है जिससे परियोजना प्रबंधक और संबंधित पक्ष त्वरित निर्णय ले सकते हैं।
इस मौके पर खट्टर ने कहा, ‘‘देश में हो रही आर्थिक गतिविधियों के लिए बिजली महत्वपूर्ण है। इसके साथ बिजली की मांग भी बढ़ रही है। जारी योजनाओं एवं तापीय परियोजनाओं को समयबद्ध तरीके से पूरा करना बेहद महत्वपूर्ण है। प्रॉम्प्ट पोर्टल की शुरुआत से देश में बिजली क्षेत्र में पारदर्शी, समन्वित और प्रभावी कामकाज संभव हो पाएगा।’’
आधिकारिक बयान के अनुसार, इस पोर्टल के जरिये परियोजनाओं पर वास्तविक आधार पर नजर रखी जा सकेगी और उसका विश्लेषण किया जा सकेगा। इससे संभावित मुद्दों की त्वरित पहचान और समाधान सुनिश्चित हो सकेगा।
इसके अलावा, यह निगरानी प्रक्रिया को डिजिटल बनाकर परियोजना प्रबंधन में अधिक पारदर्शिता लाएगा और संसाधनों का अनुकूलतम उपयोग सुनिश्चत होगा।
मंत्री ने केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (सीईए) नियमों का सार-संग्रह भी पेश किया।
इस संग्रह में तकनीकी मानकों, सुरक्षा उपायों, ग्रिड कनेक्टिविटी और कुछ अन्य सहित कई विषयों को शामिल किया गया है, जो देश के ऊर्जा क्षेत्र की उभरती जरूरतों को दर्शाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘ इस संग्रह का विमोचन भारत में विद्युत क्षेत्र के लिए पारदर्शिता सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इस संग्रह में शामिल प्रावधान इन नियमों में एकरूपता लाएंगे और बिजली क्षेत्र से जुड़े विभिन्न पक्षों द्वारा अनुपालन में सुगमता के लिए एक ही स्थान पर सूचना का एक केंद्रीकृत और सुलभ स्रोत प्रदान करेंगे।’’
आवास और शहरी मामलों के विभाग की भी जिम्मेदारी संभाल रहे खट्टर ने जलविद्युत परियोजनाओं और पंप भंडारण परियोजनाओं (जल विद्युत डीपीआर) की निगरानी सर्वेक्षण और जांच गतिविधियों के लिए भी पोर्टल शुरू किया। साथ ही ऑनलाइन पोर्टल डीआरआईपीएस (बिजली क्षेत्र के लिए आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचा) भी पेश किया।
भाषा
रमण अजय
अजय