नयी दिल्ली, 31 जनवरी (भाषा) जल जीवन मिशन (जेजेएम) के तहत ग्रामीण घरों में नल जल कनेक्शन नवंबर 2024 तक चार गुना बढ़कर लगभग 15.30 करोड़ हो गए हैं। शुक्रवार को संसद में पेश आर्थिक समीक्षा 2024-25 में यह बात कही गई है।
बजटपूर्व इस दस्तावेज में कहा गया है कि अगस्त 2019 में जब यह मिशन शुरू किया गया था तब लगभग 3.23 करोड़ (17 प्रतिशत) ग्रामीण परिवारों के पास ही नल जल के कनेक्शन थे।
उसमें कहा गया है कि इस मिशन से ग्रामीण क्षेत्रों में खासकर आर्सेनिक और फ्लोराइड जैसे जल गुणवत्ता से प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षित पेयजल की सुलभता में सुधार आया। इसका प्रभाव बेहतर स्वास्थ्य और कमजोर आबादी के लिए जल सुरक्षा में वृद्धि परिणाम के रूप में सामने आया।
समीक्षा में कहा गया है, ‘तब से 12.06 करोड़ से अधिक परिवारों को इस मिशन से जोड़ा जा चुका है, जिससे 26 नवंबर 2024 तक लगभग 19.34 करोड़ ग्रामीण परिवारों में से 15.30 करोड़ (79.1 प्रतिशत) से अधिक परिवार नलजल कनेक्शन की सुविधा पा चुके हैं।’’
आठ राज्यों – अरुणाचल प्रदेश, गोवा, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, गुजरात, पंजाब, तेलंगाना और मिजोरम, तथा तीन केंद्र शासित प्रदेशों – अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, दादरा नगर हवेली और दमन दीव तथा पुडुचेरी – में शतप्रतिशत ग्रामीण परिवारों को नलजल कनेक्शन मिल चुका है।
समीक्षा में कहा गया है कि अप्रैल से नवंबर 2024 तक, मॉडल श्रेणी के तहत 1.92 लाख गांवों को क्रमिक रूप से ‘ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त) प्लस’ घोषित किया गया, जिससे ‘ओडीएफ प्लस’ गांवों की कुल संख्या 3.64 लाख हो गई।
भाषा राजकुमार रंजन
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