शिमला: New LPG Gas Connection Price आगामी दिनों में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होना है और अगले साल लोकसभा चुनाव होना है। चुनावी राज्यों की सरकार जनता को खुश करने के लिए कई लुभावने वादे कर रही है, जिसमें एक रसाई गैस का दाम भी है। हालांकि केंद्र सरकार ने हाल ही में रसोई गैस के दाम में 200 रुपए की कटौती की थी और उज्ज्वला कनेक्शन धारकों को 400 रुपए की राहत दी थी। लेकिन इस बीच हिमाचल प्रदेश की सुखविंदर सिंह सुक्खू सरकार ने आम जनता को बड़ी राहत देने का ऐलान किया है।
New LPG Gas Connection Price सीएम सुक्खू ने शनिवार को कहा कि राज्य सरकार ने अब प्रभावित परिवारों के जरूरतमंद लोगों को निःशुल्क घरेलू रसोई गैस कनेक्शन किट प्रदान करने का निर्णय लिया है। इस किट में एक एलपीजी सिलेंडर, प्रेशर रेगुलेटर, हॉट प्लेट, सुरक्षा पाइप शामिल होंगे और एलपीजी घरेलू रिफिल और ब्लू बुक की लागत सहित सभी संबंधित खर्च सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
सीएम ने कहा कि राज्य सरकार प्रभावित परिवारों को एलपीजी गैस कनेक्शन के अलावा निःशुल्क राशन भी उपलब्ध करवाएगी। इस आवश्यक सामग्री के राशन पैकेज में 20 किलोग्राम गेहूं आटा, 15 किलोग्राम चावल, 3 किलोग्राम दाल, एक लीटर सरसों का तेल, एक लीटर सोया रिफाइंड तेल, एक किलोग्राम डबल फोर्टिफाइड नमक और 2 किलोग्राम चीनी शामिल है। उन्होंने कहा कि निःशुल्क राशन की यह सुविधा 31 मार्च, 2024 तक प्रदान की जाएगी, जिससे प्रभावित परिवारों को खाद्य आवश्यकताओं की पूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी। संबंधित ज़िला नियंत्रक, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति और खाद्य निरीक्षक इन आवश्यक वस्तुओं का उचित वितरण किराये के आवास में रहने वाले प्रभावित परिवारों तक सुनिश्चित करेंगे।
सीएम सुक्खू ने कहा कि राज्य सरकार के इस कदम से आपदा प्रभावित परिवारों को बिना किसी वित्तीय बोझ के खाना पकाने सहित अन्य सुविधाएं सुनिश्चित हो सकेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रभावित परिवारों को राहत शिविरों से स्थानांतरित कर किराये पर उपयुक्त आवासीय सुविधा प्रदान करने का पहले ही निर्णय ले चुकी है। इसके तहत आवास किराये पर लेने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में 5,000 रुपये और शहरी क्षेत्रों में 10,000 रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश में आई आपदा से भारी तबाही हुई है। उन्होंने शनिवार को कहा कि अब तक इस आपदा में 428 लोग काल का ग्रास बने हैं। राज्य में 13,000 से अधिक मकान और भवन पूरी तरह या आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। शिमला से परवाणू राष्ट्रीय राजमार्ग और मण्डी-मनाली राजमार्ग के बड़े-बड़े हिस्से पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गये हैं। राज्य की अनेक सड़कों, पेयजल आपूर्ति योजनाओं एवं विद्युत व्यवस्था को भी भारी क्षति पहुंची है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस आपदा के कारण अभी तक लगभग 12 से 15 हजार करोड़ रुपये का नुकसान आंका गया है।