कोहरे के कारण दृश्यता में कमी से निपटने के लिए एनएचएआई ने उठाए कदम

कोहरे के कारण दृश्यता में कमी से निपटने के लिए एनएचएआई ने उठाए कदम

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  • Publish Date - November 28, 2024 / 09:53 PM IST,
    Updated On - November 28, 2024 / 09:53 PM IST

नयी दिल्ली, 28 नवंबर (भाषा) सार्वजनिक क्षेत्र की भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने अपने क्षेत्रीय कार्यालयों को राष्ट्रीय राजमार्ग उपयोगकर्ताओं की सुरक्षा के लिए दृश्यता बढ़ाने को लेकर सक्रिय उपाय करने का निर्देश दिया है।

एनएचएआई ने बृहस्पतिवार को कहा कि कोहरे की स्थिति के दौरान सड़क सुरक्षा बढ़ाने के प्रयासों को ‘इंजीनियरिंग’ और ‘सुरक्षा जागरूकता’ उपायों के दो खंडों के तहत वर्गीकृत किया गया है।

इंजीनियरिंग उपायों में गायब/क्षतिग्रस्त सड़क चिह्नों को पुनः स्थापित करना, फीके या अपर्याप्त फुटपाथ चिह्नों को सुधारना आदि और तेज मोड़ वाले स्थानों पर क्षतिग्रस्त खतरा चिह्नकों को प्रतिस्थापित करना आदि शामिल है।

सुरक्षा जागरूकता उपायों में राजमार्ग उपयोगकर्ताओं को कम दृश्यता की स्थिति के बारे में सचेत करने के लिए कदम शामिल करने पर जोर दिया गया है।

इन उपायों में कोहरे वाले मौसम की चेतावनी और गति सीमा संदेश प्रदर्शित करने के लिए परिवर्तनशील संदेश संकेत (वीएमएस) या इलेक्ट्रॉनिक साइनेज का उपयोग, कोहरे वाले क्षेत्रों में 30 किमी/घंटा की गति सीमा के बारे में यात्रियों को चेतावनी देने के लिए सार्वजनिक संबोधन प्रणाली का उपयोग, सार्वजनिक सेवा घोषणाओं के लिए इलेक्ट्रॉनिक बिलबोर्ड, रेडियो और सोशल मीडिया का उपयोग और साथ ही टोल प्लाजा पर सुरक्षा जागरूकता पुस्तिकाओं का वितरण शामिल है।

एनएचएआई के क्षेत्रीय कार्यालयों को निर्देश दिया गया है कि वे एनएचएआई अधिकारियों, स्वतंत्र इंजीनियरों, परियोजना से जुड़ी कंपनियों/ठेकेदारों की टीम द्वारा नियमित आधार पर रात्रिकालीन राजमार्ग निरीक्षण करें, ताकि राजमार्ग पर दृश्यता का आकलन किया जा सके तथा आवश्यकतानुसार अतिरिक्त प्रावधान स्थापित करने के लिए स्थानों की पहचान की जा सके।

इसके अलावा, घने कोहरे वाले इलाकों के पास राजमार्ग गश्ती वाहन भी तैनात किए जाएंगे।

एनएचएआई की टीम कोहरे से संबंधित आपात स्थितियों के दौरान कुशल समन्वय सुनिश्चित करने के लिए यातायात पुलिस के साथ संयुक्त अभ्यास भी करेगी।

भाषा अनुराग रमण

रमण