नयी दिल्ली, 19 दिसंबर (भाषा) इस साल यानी 2024 में भारत के अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के बीच स्वैच्छिक यात्रा में वृद्धि देखी गई। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इनमें से लगभग आधे लोगों ने अपने प्रस्थान से बमुश्किल एक सप्ताह पहले ही अंतिम क्षण में योजना बनाते हैं।
यात्रा-बैंकिंग वित्तीय प्रौद्योगिकी मंच नियो द्वारा तैयार यात्रा रिपोर्ट भारतीय यात्रियों की बदलती मानसिकता पर प्रकाश डालती है, जो लचीलेपन को अपना रहे हैं, अनुभवों को प्राथमिकता दे रहे हैं, तथा सुव्यवस्थित यात्रा प्रक्रियाओं से लाभान्वित हो रहे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, “इस साल भारतीयों द्वारा की गई 48 प्रतिशत अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की बुकिंग यात्रा से सिर्फ़ सात दिन के अंदर की गई। इस प्रवृत्ति को आसान यात्रा पहुंच से समर्थन मिला, जहां 58 देशों ने भारतीय पासपोर्ट धारकों को वीजा-मुक्त या आगमन पर वीजा के विकल्प प्रदान किए।”
रिपोर्ट कहती है, हालांकि कई यात्रियों ने अल्प सूचना पर ही अंतरराष्ट्रीय उड़ानें बुक कर ली थीं, लेकिन ‘30 प्रतिशत वीजा आवेदन’ यात्रा से 16-30 दिन पहले दिए गए थे, जो कि एक निश्चित स्तर की तैयारी का संकेत है।
रिपोर्ट के अनुसार, अबतक भारतीय यात्रियों के लिए सबसे पसंदीदा गंतव्य दुबई ने अपनी शानदार खरीदारी और मनोरंजन के साथ ‘45 प्रतिशत’ छुट्टियां मनाने वालों को आकर्षित किया।
सूची में दूसरे स्थान पर वियतनाम था, जो अपनी संस्कृति और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है, जिसने 15 प्रतिशत यात्रियों को आकर्षित किया। कम संख्या में यात्रियों ने ओमान और जापान (एक-एक प्रतिशत) को चुना।
पॉप संस्कृति ने भी इस वर्ष भारतीयों की यात्रा पसंद पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला। उदाहरण के लिए, ‘एमिली इन पेरिस’ जैसी वेब शृंखला ने कई भारतीय महिलाओं को फ्रांस की यात्रा करने के लिए प्रेरित किया, जिसमें 30 प्रतिशत भारतीयों ने फ्रांस को अपने गंतव्य के रूप में चुना। इसके बाद ब्रिटेन (29 प्रतिशत) और सिंगापुर (26 प्रतिशत) का स्थान रहा।
भाषा अनुराग अजय
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