नयी दिल्ली, तीन अक्टूबर (भाषा) दिग्गज प्रौद्योगिकी कंपनी गूगल ने अपनी मोबाइल भुगतान सेवा जी-पे के जरिये सोने के बदल ऋण (गोल्ड लोन) उपलब्ध कराने के लिए मुथूट फाइनेंस के साथ समझौता किया है।
गूगल ने कहा कि तीन अक्टूबर, 2024 से उसका कृत्रिम मेधा (एआई) असिस्टेंट ‘जेमिनी लाइव’ हिंदी में उपलब्ध होगा। बाद में आठ और भारतीय भाषाओं को इसमें शामिल किया जाएगा।
कंपनी के अधिकारियों ने यहां ‘गूगल फॉर इंडिया’ कार्यक्रम के 10वें संस्करण में ये घोषणाएं कीं।
जी-पे मुथूट फाइनेंस के साथ मिलकर स्वर्ण ऋण पेश करके अपनी पेशकश का विस्तार कर रही है।
गूगल इंडिया की प्रबंध निदेशक रोमा दत्ता चौबे के अनुसार, दुनिया का लगभग 11 प्रतिशत सोना भारत में है।
गूगल ने कहा कि भारत भर के लोग अब सस्ती ब्याज दरों और लचीले उपयोग विकल्पों के साथ इस कर्ज उत्पाद का उपयोग कर सकते हैं।
एआई असिस्टेंट ‘जेमिनी लाइव’ के बारे में गूगल इंडिया की वरिष्ठ निदेशक (उत्पाद प्रबंधन) हेमा बुदराजू ने कहा कि जेमिनी के 40 प्रतिशत से अधिक उपयोगकर्ता ‘वॉयस इंटरैक्शन’ (आवाज) पर निर्भर हैं।
उन्होंने कहा, “जेमिनी लाइव अब हिंदी में शुरू किया जा रहा है। आने वाले हफ्तों में इसे आठ अन्य भारतीय भाषाओं – बांग्ला, गुजराती, कन्नड़, मलयालम, मराठी, तेलुगू, तमिल, उर्दू में भी शुरू किया जाएगा।”
कुछ सप्ताह में गूगल सर्च में जनरेटिव-एआई (सृजनात्मक एआई) आधारित सुविधा एआई ओवरव्यू बांग्ला, मराठी, तेलुगू और तमिल में भी उपलब्ध होगी।
भारत में गूगल के दो दशक पूरे होने पर, इस बड़ी कंपनी ने ‘ओपन-सोर्स जेमिनी एजेंट फ्रेमवर्क’ के माध्यम से अपने एआई मॉडल, जेमिनी के साथ ओपन नेटवर्क को एकीकृत करने की योजना का खुलासा किया।
इसके अलावा, गूगल ने कहा कि वह अगले कुछ महीनों में भारत में ‘जेमिनी फ्लैश 1.5’ पेश करने के लिए तैयार है। यह अद्यतन संगठनों को क्लाउड और एआई समाधान को सुरक्षित रूप से लागू करने में सक्षम करेगा, जिससे उन्हें डेटा संग्रहीत करने और मशीन लर्निंग प्रक्रिया को पूरी तरह से भारत के भीतर करने की अनुमति मिलेगी।
गूगल क्लाउड इंडिया के उपाध्यक्ष और भारत में प्रबंध निदेशक बिक्रम सिंह बेदी ने कहा, “गूगल क्लाउड भारतीय व्यवसायों और नवोन्मेषकों के साथ साझेदारी करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि एआई की ताकत का दोहन किया जा सके।”
भाषा अनुराग अजय
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