नायडू का टिकाऊ विमानन तौर-तरीकों को अपनाने, क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाने पर जोर

नायडू का टिकाऊ विमानन तौर-तरीकों को अपनाने, क्षेत्रीय संपर्क बढ़ाने पर जोर

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  • Publish Date - September 9, 2024 / 03:29 PM IST,
    Updated On - September 9, 2024 / 03:29 PM IST

नयी दिल्ली, नौ सितंबर (भाषा) नागर विमानन मंत्री के राममोहन नायडू ने सोमवार को विमानन उद्योग में टिकाऊ तौर-तरीकों को अपनाने पर जोर दिया। इसमें टिकाऊ विमानन ईंधन का लक्षित उपयोग भी शामिल है।

नागर विमानन मंत्रालय ने क्षेत्रीय हवाई संपर्क को बढ़ावा देने के लिए करीब 106 हवाई अड्डों और हवाई पट्टियों को चिह्नित किया है ताकि क्षेत्रीय उड़ान परिचालन के लिए उनका विकास किया जा सके।

नायडू ने यहां उद्योग मंडल फिक्की की तरफ से आयोजित एक सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि टिकाऊ विमानन तौर-तरीकों को बढ़ावा दिया जाना चाहिए क्योंकि इनसे समग्र कार्बन उत्सर्जन की कटौती में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि कुछ हवाई अड्डे पहले से ही कार्बन उत्सर्जन के लिहाज से तटस्थ हैं।

नागर विमानन मंत्री के मुताबिक, सरकार यह सुनिश्चित करने के प्रयास कर रही कि वर्ष 2027 तक अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों के लिए जेट ईंधन के साथ एक प्रतिशत टिकाऊ विमान ईंधन (एसएएफ) का मिश्रण किया जाए और इस मात्रा को वर्ष 2028 तक बढ़कर दो प्रतिशत कर दिया जाए।

नायडू ने भारत में वैश्विक विमानन केंद्रों की मौजूदगी की जरूरत पर बल देने के साथ क्षेत्रीय हवाई संपर्क के विकास पर भी प्रकाश डाला। इस दौरान उन्होंने ‘उड़ान’ (उड़े देश का आम नागरिक) योजना का खासतौर पर जिक्र किया।

उन्होंने कहा, ‘‘उड़ान योजना ने देश में हवाई यात्रा को लोकतांत्रिक बनाया है। वर्ष 2027 में समाप्त हो रही इस योजना को अगले 10 साल के लिए बढ़ाया जाएगा।’’

नायडू ने कहा कि अगले 20-25 वर्षों में देश को 350 से 400 हवाई अड्डों की जरूरत होगी।

इस मौके पर नागर विमानन सचिव वुमलुनमंग वुअलनम ने कहा कि क्षेत्रीय हवाई संपर्क के लिए विकसित किए जाने वाले 106 हवाई अड्डों और हवाई पट्टियों की पहचान की गई है। देश में इस समय 157 हवाई अड्डे, हेलिपोर्ट और वॉटरड्रोम हैं।

क्षेत्रीय विमानों की विनिर्माता कंपनी एटीआर के मुख्य वाणिज्यिक अधिकारी एलेक्सिस विडाल ने कहा कि कंपनी भारतीय विमानन पारिस्थितिकी के साथ सहयोग करने के लिए उत्सुक है।

फिलहाल भारत में एटीआर विमानों का संचालन इंडिगो, अलायंस एयर और फ्लाई91 कर रही हैं।

विमान विनिर्माता एयरबस के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक (दक्षिण एशिया और भारत) रेमी मैलर्ड ने कहा कि क्षेत्रीय विमानन अभी एक परिसंपत्ति बना हुआ है और भारत में हवाई यातायात आने वाले समय में दूसरी एवं तीसरी श्रेणी के शहरों से अधिक आएगा।

भाषा प्रेम प्रेम अजय

अजय