नयी दिल्ली, 24 जनवरी (भाषा) सीमा पार निवेश में एशिया प्रशांत क्षेत्र में शीर्ष 10 सबसे पसंदीदा बाजारों में मुंबई पांचवें और दिल्ली आठवें स्थान पर है।
रियल एस्टेट सलाहकार सीबीआरई इंडिया ने शुक्रवार को अपने 2025 ‘एशिया-प्रशांत क्षेत्र में निवेशकों के इरादे’ पर सर्वेक्षण के निष्कर्ष जारी किए। इसमें एशिया प्रशांत के बाजारों में शुद्ध खरीद इरादे में सुधार की बात कही गयी। इसमें आधे से अधिक उत्तरदाताओं ने 2025 में अधिक अचल संपत्ति खरीदने की अपनी प्राथमिकता का संकेत दिया।
सलाहकार ने कहा, ‘‘ मुंबई तथा नयी दिल्ली एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सीमा-पार निवेश के लिए शीर्ष 10 सर्वाधिक पसंदीदा बाजारों में शामिल हैं। तोक्यो, सिडनी, सिंगापुर और हो ची मिन्ह सिटी के बाद मुंबई पांचवें स्थान पर है, जबकि सियोल, ओसाका तथा हनोई के साथ नयी दिल्ली आठवें स्थान पर है।’’
सर्वेक्षण में कहा गया, भारत में निवेशकों की धारणा कार्यालय, आवासीय, औद्योगिक और डेटा केंद्रों सहित परिसंपत्ति वर्गों से प्रेरित रहती है।
भारतीय रियल एस्टेट में कुल इक्विटी निवेश 2024 में 11.4 अरब अमेरिकी डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया, जो सालाना आधार पर 54 प्रतिशत की वृद्धि है।
सीबीआरई के चेयरमैन एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (भारत, दक्षिण-पूर्व एशिया, पश्चिम एशिया और अफ्रीका) अंशुमान मैगजीन ने कहा, ‘‘ भारत के रियल एस्टेट बाजार में निवेश 2024 में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ हालांकि, परिदृश्य में मुख्य रूप से घरेलू निवेशकों का दबदबा था, लेकिन विदेशी इक्विटी निवेश और विदेशी निवेशकों द्वारा विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों में पूंजी निवेश में उल्लेखनीय वृद्धि वैश्विक रियल एस्टेट गंतव्य के रूप में भारत की बढ़ती प्रमुखता का प्रमाण है।’’
मैगजीन ने कहा कि रियल एस्टेट बाजार के स्थापित और नए दोनों क्षेत्रों में लगातार पूंजी प्रवाह के साथ यह प्रवृत्ति जारी रहने की उम्मीद है।
उन्होंने कहा कि ई-कॉमर्स तथा त्वरित आपूर्ति (डिलीवरी) सेवाओं की बढ़ती मांग से लॉजिस्टिक तथा गोदाम उद्योग को काफी बढ़ावा मिलेगा, जिससे डेवलपर और निवेशकों दोनों के लिए आकर्षक संभावनाएं उत्पन्न होंगी।
भाषा निहारिका रमण
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