नयी दिल्ली, 12 नवंबर (भाषा) घाटे में चल रही सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी एमटीएनएल ने कुल 5,726.29 करोड़ रुपये के कर्ज भुगतान में चूक की है।
कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि इसमें विभिन्न बैंकों से ली गई 5,492 करोड़ रुपये की मूल राशि और 234.28 करोड़ रुपये का ब्याज शामिल है।
कंपनी ने बताया कि उसका कुल वित्तीय ऋण अब बढ़कर 32,097.28 करोड़ रुपये हो गया है। यह राशि उसकी एकीकृत वार्षिक आय 798 करोड़ रुपये से 40 गुना अधिक है।
केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को संवाददाताओं से कहा कि एमटीएनएल के कर्ज को लेकर कोई असुरक्षा नहीं है, क्योंकि यह एक संप्रभु गारंटी से समर्थित है। उन्होंने कहा कि कंपनी का व्यवसाय बीएसएनएल को स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
एमटीएनएल को सबसे बड़ा कर्ज यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने दिया है। एमटीएनएल के आंकड़ों के मुताबिक कंपनी ने यूनियन बैंक ऑफ इंडिया को 3,480.85 करोड़ रुपये का भुगतान करने में चूक की है। बैंक ऑफ इंडिया का कुल 1,039.77 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है, जिसमें 999.54 करोड़ रुपये का मूलधन बकाया है।
इसके अलावा पंजाब नेशनल बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, यूको बैंक और पंजाब एंड सिंध बैंक को किये जाने वाले भुगतान में भी एमटीएनएल ने चूक की है।
भाषा पाण्डेय अजय
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