(कुणाल दत्त)
नयी दिल्ली, 14 सितंबर (भाषा) ईरान के सांस्कृतिक विरासत, पर्यटन और हस्तशिल्प मंत्रालय में पर्यटन उप-मंत्री अलीआसगर शालबाफियान ने दोनों सभ्यताओं के बीच समानताओं को रेखांकित करते हुए कहा कि इस क्षेत्र में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए भारत और ईरान के पर्यटन अधिकारियों के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर होने वाला है।
यहां ईरान पर्यटन रोड शो के दौरान पीटीआई-भाषा को दिए साक्षात्कार में शालबाफियान ने कहा कि उन्होंने और उनके प्रतिनिधिमंडल ने नयी दिल्ली में भारतीय पर्यटन मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बहुत उपयोगी बैठक की।
शालबाफियान ने शुक्रवार को कहा, “ईरान और भारत के बीच हजारों साल के इतिहास में काफ़ी समानताएं हैं। हम पर्यटन के ज़रिए इन संबंधों को फिर से जीवंत करने जा रहे हैं और किसी तरह आपसी पर्यटन सहयोग को बढ़ावा देंगे।”
पर्यटन उप-मंत्री ने कहा कि वर्ष के पहले चार महीनों में ईरान जाने वाले भारतीय पर्यटकों की संख्या में 39 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जो पिछले साल वहां जाने वाले लगभग 58,000 भारतीय पर्यटकों से अधिक अधिक है।
उन्होंने पीटीआई-भाषा से कहा, “बेशक, भारत में ईरानी पर्यटकों के लिए बहुत कुछ है। पिछले साल, 1.3 करोड़ से ज़्यादा ईरानी लोग अलग-अलग पर्यटन उद्देश्यों के लिए बाहर गए थे। भारत इन अच्छे बाज़ारों का फ़ायदा उठा सकता है। इस रोड शो में, हम ईरान की विविध पर्यटन संभावनाओं को पेश करने की योजना बना रहे हैं और साथ ही, भारत के पर्यटन मंत्रालय की मदद से ईरानी पर्यटन व्यवसायों को जोड़ने की भी योजना बना रहे हैं।”
शालबाफियान ने कहा कि ये रोड शो मुंबई, हैदराबाद और अब नयी दिल्ली में किए जा चुके हैं और इन्हें अन्य शहरों में भी विस्तारित करने की योजना है।
उन्होंने कहा कि इस बीच, ईरान अपने देश के विभिन्न शहरों में रोड शो का स्वागत करता है, क्योंकि ईरानी शहर यज़्द नवंबर के अंत में पर्यटन मंत्रियों की एक प्रमुख बैठक की मेजबानी कर रहा है।
भाषा अनुराग पाण्डेय
पाण्डेय