नयी दिल्ली, 22 जनवरी (भाषा) भारत और दक्षिण कोरिया ने ‘भारत में मैक्ट्रोनिक्स में व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण को सुदृढ़ बनाना’ नामक तकनीकी सहयोग परियोजना के लिए दस्तावेजों के आदान-प्रदान पर हस्ताक्षर किए हैं।
वित्त मंत्रालय ने बुधवार को जारी बयान में कहा कि इस परियोजना का क्रियान्वयन कोरिया गणराज्य सरकार की कोरिया अंतरराष्ट्रीय सहयोग एजेंसी (केओआईसीए) के सहयोग से किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि यह भारत में केओआईसीए के सहयोग से क्रियान्वित की जाने वाली पहली परियोजना है।
लगभग दो साल की इस परियोजना का उद्देश्य भारत में मैक्ट्रोनिक्स में व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण का आधार स्थापित करना है और इसे राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) द्वारा क्षेत्रीय शिक्षा संस्थान (आरआईई), भोपाल में क्रियान्वित किया जाएगा।
संस्थान पाठ्यक्रम, पाठ्यपुस्तकें, शिक्षक पुस्तिका और उपकरण तैयार करके मैक्ट्रोनिक्स में शिक्षा के लिए वातावरण बनाने में मदद करेगा।
यह परियोजना मेक्ट्रोनिक्स में शिक्षकों की क्षमता निर्माण में मदद करेगी, साथ ही उद्योग और आरआईई, भोपाल के बीच नेटवर्किंग की सुविधा भी प्रदान करेगी।
इसने कहा कि अक्टूबर, 2016 में विकास सहयोग के लिए कोरिया गणराज्य को भारत के आधिकारिक विकास सहायता (ओडीए) भागीदार के रूप में नामित किया गया था।
इसमें कहा गया है कि दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को 2015 में ‘विशेष रणनीतिक साझेदारी’ तक बढ़ाया गया।
भाषा अनुराग रमण
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