विदेशी बाजारों में तेजी से ज्यादातर तेल-तिलहन कीमतों में सुधार

विदेशी बाजारों में तेजी से ज्यादातर तेल-तिलहन कीमतों में सुधार

  •  
  • Publish Date - November 8, 2024 / 08:21 PM IST,
    Updated On - November 8, 2024 / 08:21 PM IST

नयी दिल्ली, आठ नवंबर (भाषा) विदेशी बाजारों में भारी तेजी के बीच देश के थोक तेल-तिलहन बाजार में शुक्रवार को अधिकांश तेल-तिलहन के दाम मजबूत बंद हुए। दूसरी ओर मांग प्रभावित होने के बीच मूंगफली तेल-तिलहन और सोयाबीन डी-आयल्ड केक (डीओसी) की कमजोर घरेलू मांग के कारण सोयाबीन तिलहन के दाम पूर्वस्तर पर बने रहे।

मलेशिया एक्सचेंज दोपहर तीन बजे लगभग तीन प्रतिशत मजबूत बंद हुआ। जबकि शिकॉगो एक्सचेंज में भी तेजी का रुख है। शिकॉगो एक्सचेंज कल रात भी मजबूत रहा था।

बाजार के जानकार सूत्रों ने कहा कि मलेशिया एक्सचेंज में भारी तेजी के कारण कच्चा पामतेल (सीपीओ) और पामोलीन तेल के दाम सुधार के साथ बंद हुए।

सूत्रों ने कहा कि महंगा होने के बीच सोयाबीन डीओसी की स्थानीय मांग कमजोर है और निर्यात की मांग भी कमजोर है क्योंकि बायोडीजल में इसका उपयोग बढ़ने से विदेशों में डीओसी की पर्याप्त उपलब्धता है। जब तक विदेशों में सोयाबीन डीओसी की निर्यात मांग नहीं होगी और इस निर्यात को बढ़ावा देने के लिए सरकार सब्सिडी देने जैसे उपाय नहीं करेगी, सोयाबीन किसानों की हालत पस्त रहेगी और सोयाबीन न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) से नीचे बिकना जारी रहेगा। इस वजह से सोयाबीन तिलहन के भाव अपरिवर्तित रहे।

उन्होंने कहा कि दूसरी ओर, विदेशी बाजारों में भारी तेजी रहने के कारण सोयाबीन तेल कीमतों में मजबूती रही।

सूत्रों ने कहा कि सहकारी संस्था नाफेड की सरसों बिकवाली के लिए लगाई गई बोली में सरसों की बोली लगभग 100 रुपये क्विंटल बढ़ाकर लगाई गई है जिसके बारे में कल फैसला लिया जायेगा। बोली में सरसों का दाम बढ़ाये जाने से सरसों तेल-तिलहन कीमतों में भी पर्याप्त सुधार आया।

सूत्रों ने कहा कि देशभर में विभिन्न स्थानों पर कपास नरमा की सरकारी खरीद शुरू होने के बीच और कपास नरमा का दाम अच्छा मिलने के कारण बिनौला तेल कीमतों में भी सुधार आया। कपास नरमा के लिए किसानो को एमएसपी से अधिक दाम मिलने से उनमें काफी खुशी है।

कमजोर निर्यात मांग के बीच मूंगफली तेल-तिलहन तथा डीओसी की कमजोर मांग के बीच सोयाबीन तिलहन के भाव पूर्वस्तर पर बने रहे।

तेल-तिलहनों के भाव इस प्रकार रहे:

सरसों तिलहन – 6,625-6,675 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली – 6,450-6,725 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली तेल मिल डिलिवरी (गुजरात) – 15,250 रुपये प्रति क्विंटल।

मूंगफली रिफाइंड तेल – 2,300-2,600 रुपये प्रति टिन।

सरसों तेल दादरी- 14,150 रुपये प्रति क्विंटल।

सरसों पक्की घानी- 2,305-2,405रुपये प्रति टिन।

सरसों कच्ची घानी- 2,305-2,430 रुपये प्रति टिन।

तिल तेल मिल डिलिवरी – 18,900-21,000 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल मिल डिलिवरी दिल्ली- 14,500 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन मिल डिलिवरी इंदौर- 14,200 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन तेल डीगम, कांडला- 10,550 रुपये प्रति क्विंटल।

सीपीओ एक्स-कांडला- 13,100 रुपये प्रति क्विंटल।

बिनौला मिल डिलिवरी (हरियाणा)- 13,300 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन आरबीडी, दिल्ली- 14,600 रुपये प्रति क्विंटल।

पामोलिन एक्स- कांडला- 13,600 रुपये (बिना जीएसटी के) प्रति क्विंटल।

सोयाबीन दाना – 4,575-4,625 रुपये प्रति क्विंटल।

सोयाबीन लूज- 4,275-4,310 रुपये प्रति क्विंटल।

मक्का खल (सरिस्का)- 4,200 रुपये प्रति क्विंटल।

भाषा राजेश राजेश अजय

अजय