नयी दिल्ली, 26 नवंबर (भाषा) रेटिंग एजेंसी मूडीज ने मंगलवार को कहा कि उसने अदाणी की सात इकाइयों के साख परिदृश्य को ‘स्थिर’ से घटाकर ‘नकारात्मक’ कर दिया है।
मूडीज ने ऐसा करने के लिए समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी और अन्य पर कथित रूप से रिश्वत देने में शामिल होने के अभियोग लगाए जाने का हवाला दिया।
फिच रेटिंग्स ने समूह के कुछ बॉन्ड को नकारात्मक निगरानी में रखा है।
मूडीज ने सभी सात इकाइयों – अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकनॉमिक जोन लिमिटेड, अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के दो सीमित प्रतिबंधित समूह, अदाणी ट्रांसमिशन स्टेप-वन लिमिटेड, अदाणी ट्रांसपोर्टेशन प्रतिबंधित समूह 1 (एईएसएल आरजी1), अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड और अदाणी इंटरनेशनल कंटेनर टर्मिनल प्राइवेट लिमिटेड की रेटिंग की पुष्टि की।
मूडीज ने कहा कि अमेरिका में अदाणी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड (एजीईएल) के चेयरमैन गौतम अदाणी और कई वरिष्ठ प्रबंधन अधिकारियों पर अमेरिकी अटॉर्नी कार्यालय के आपराधिक मामले में अभियोग लगाए जाने के कारण अदाणी समूह की वित्तपोषण तक पहुंच कमजोर हो सकती है और इसकी पूंजी लागत बढ़ सकती है।
मूडीज ने कहा कि यदि कानूनी कार्यवाही स्पष्ट रूप से बिना किसी नकारात्मक ऋण प्रभाव खत्म हो जाती है तो रेटिंग दृष्टिकोण को स्थिर में बदला जा सकता है।
इसके अलावा, फिच ने अदाणी एनर्जी और अदाणी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई की रेटिंग को नकारात्मक निगरानी सूची में डाल दिया।
फिच ने कहा, ‘‘यह कॉरपोरेट प्रशासन संबंधी जोखिम को दर्शाता है, जो वित्तपोषण पहुंच और नकदी को प्रभावित कर सकता है।’’
फिच ने कहा कि वह रेटिंग वाली इकाइयों के वित्तीय क्षमता पर किसी भी प्रभाव के लिए जांच की निगरानी करेगी। रेटिंग एजेंसी को उम्मीद है कि एईएसएल और एईएमएल के पास निकट अवधि के लिए पर्याप्त नकदी होगी, क्योंकि अगले 12-18 महीनों में कोई महत्वपूर्ण ऋण परिपक्वता नहीं है।
भाषा पाण्डेय अजय
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