नयी दिल्ली, 15 दिसंबर (भाषा) आर्थिक शोध संस्थान ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव (जीटीआरआई) ने एक रिपोर्ट में कहा है कि मेक्सिको, कनाडा और 10 देशों के दक्षिण-पूर्व एशियाई समूह आसियान को भारत की तुलना में अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध से अधिक लाभ हुआ है।
रिपोर्ट के मुताबिक, भारत को अपनी स्थानीय आपूर्ति श्रृंखलाओं को मजबूत करना होगा और चीन पर निर्भरता कम करने के लिए महत्वपूर्ण मध्यवर्ती उत्पादों का उत्पादन करना होगा।
इसके मुताबिक, अमेरिका को निर्यात बढ़ाने के लिए घरेलू उद्योगों की प्रतिस्पर्धात्मकता, लागत दक्षता तथा कारोबारी सुगमता बढ़ाने की जरूरत है।
जीटीआरआई के संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप के फिर से अमेरिकी राष्ट्रपति बनने के साथ नये व्यापार परिदृश्य में भारतीय उद्योग के लिए बड़े अवसर हैं, क्योंकि वह अब मेक्सिको, कनाडा, चीन और अन्य देशों को लक्षित करके नए शुल्क लगाने की योजना बना रहे हैं।
उन्होंने कहा कि व्यापार युद्ध के प्रमुख लाभार्थियों में मेक्सिको, कनाडा और आसियान देश शामिल हैं, जिनका सामूहिक रूप से अमेरिकी आयात वृद्धि में 57 प्रतिशत योगदान है।
भारत को भी हालांकि उल्लेखनीय लाभ मिला और देश ने इलेक्ट्रॉनिक्स, फार्मास्युटिकल्स और इंजीनियरिंग सामान जैसे क्षेत्रों के चलते अमेरिका को 36.8 अरब डॉलर का निर्यात बढ़ाया।
मेक्सिको को सबसे अधिक लाभ मिला, जिसने 2017 और 2023 के बीच अमेरिका को 164.3 अरब डॉलर का निर्यात बढ़ाया।
इसके बाद कनाडा (124 अरब डॉलर), वियतनाम (70.5 अरब डॉलर), दक्षिण कोरिया (46.3 अरब डॉलर) और जर्मनी (43 अरब डॉलर) का स्थान रहा।
भाषा पाण्डेय अजय
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