नयी दिल्ली, 11 अक्टूबर (भाषा) कुछ बाहरी तत्व भारत और 27 देशों के समूह यूरोपीय संघ (ईयू) के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए बातचीत को धीमा कर रहे हैं। वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को यह बात कही।
उन्होंने यह भी कहा कि भारत के साथ दक्षिण पूर्व एशियाई देशों की तरह व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए। ईयू ने इन देशों के साथ व्यापार समझौते किए हैं और भारत ठीक उसी तरह के समझौते पर हस्ताक्षर नहीं कर सकता है।
मंत्री ने यहां फेडरेशन ऑफ यूरोपियन बिजनेस इन इंडिया (एफईबीआई) की शुरुआत के मौके पर कहा कि एफटीए वार्ता को तेज किया जा सकता है और वह दैनिक आधार पर इससे जुड़ने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं आप सभी को भरोसा दे सकता हूं कि हमने यूएई को जो दिया है, हम उसे बदलने पर विचार नहीं कर रहे हैं। ये दो अलग-अलग आर्थिक स्थितियां हैं। मैं ईयू के साथ ईएफटीए समझौते पर विचार नहीं कर रहा हूं।’’
गोयल ने आगे कहा कि इसी तरह ईयू को भी यह समझने की जरूरत है कि भारत, दक्षिण-पूर्व एशियाई देश नहीं है, जहां वे लोकतंत्र नहीं होने के कारण किसी भी चीज पर हस्ताक्षर कर सकते हैं।
भाषा अजय पाण्डेय
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