FASTag Scam:मुंबई। क्या आप भी FASTag का इस्तेमाल करते हैं तो ये खबर आपके बड़े काम आने वाली है। दरअसल, FASTag की वजह से मुंबई का एक शख्स ठगी का शिकार हो गया, उसके बैंक अकाउंट से 2.4 लाख रुपये उड़ा लिए गए। बता दें कि FASTag एक इलेक्ट्रोनिक टोल कलेक्टिंग सिस्टम है। यह ATM Card के साइज का स्टिकर होता है, जिसे कार की विंडस्क्रीन पर लगाया जाता है। इसकी मदद से टोल चार्जेस ऑटोमैटिक पे हो जाते हैं। इसे समय-समय पर रिचार्ज करना होता है। ऐसा ही रिचार्ज करने के में दिकक्त जा रहे शख्स के बैंक अकाउंट से पैसे पार कर लिए गए। आइए जानते है कैसे
यह मामला पिछले साल 17 जुलाई का बताया जा रहा है। व्यक्ति की उम्र 17 साल बताई जा रही है। इस दिन उसे FASTag रिचार्ज करने में परेशानी हुई तो उसने कस्टमर केयर को कॉल करने के लिए ऑनलाइन सर्च कर नंबर निकाला। यहीं से उस व्यक्ति के साथ फ्राड शुरू हुआ। दरअसल, व्यक्ति को जो नंबर गूगल से मिला था वो साइबर क्रिमिनल्स का निकला जिससे वो बिल्कुल अंजान था। व्यक्ति ने उस नंबर पर कॉल किया तो साइबर क्रिमिनल्स ने फास्टैग रिचार्ज में मदद करने के नाम पर एक ऐप इंस्टॉल कराया।
इस ऐप की मदद से साइबर क्रिमिनल्स ने विक्टिम के फोन से उसकी बैंक डिटेल्स और OTP आदि को एक्सेस कर लिया। इसके बाद साइबर क्रिमिनल ने उस शख्स के बैंक अकाउंट से 2.4 लाख रुपये ट्रांसफर कर लिए और अपने सभी कॉन्टैक्ट मोड्स को बंद कर दिया। जब युवक को ठगी की जानकारी मिली तो उसने इसकी शिकायत पुलिस से की।