ठाणे/पालघर, 11 अक्टूबर (भाषा) एक व्यवसायी को कथित तौर पर 70 फर्जी कंपनियों के जरिये 320 करोड़ रुपये के जाली इन्वॉयस या चालान निकालने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। शुक्रवार को एक अधिकारी ने बताया कि माल एवं सेवा कर (जीएसटी) धोखाधड़ी में हरिलाल ओझा को 13 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
सीजीएसटी मुंबई क्षेत्र के अधिकारी ने कहा कि ओझा को 10 अक्टूबर को गिरफ्तार किया गया।
अधिकारी ने कहा, ‘‘उसने माल या सेवाओं की वास्तविक आपूर्ति के बिना 70 फर्जी फर्मों के माध्यम से 320 करोड़ रुपये के फर्जी चालान बनाए। उसने 22 करोड़ रुपये का इनपुट कर क्रेडिट (आईटीसी) हासिल किया और 26 करोड़ रुपये का आईटीसी धोखाधड़ी से आगे दिया।’’
उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई विभाग के ‘फर्जी पंजीकरण के खिलाफ दूसरे विशेष अखिल भारतीय अभियान’ के हिस्से के रूप में की गई।
सीजीएसटी (मुंबई क्षेत्र) के अतिरिक्त आयुक्त दीपिन सिंगला ने कहा, ‘‘हितेश वासा नामक एक व्यक्ति से जुड़ा एक और मामला भी उजागर हुआ है। उसने 22 गैर-प्रामाणिक फर्मों को पंजीकृत किया और 48 करोड़ रुपये का आईटीसी प्राप्त किया। उसने 44 करोड़ रुपये का आईटीसी धोखाधड़ी से आगे दिया। दोनों मामलों में, 92 फर्मों का पता चला है जो आईटीसी को धोखाधड़ी नकली चालान बनाने में शामिल थीं।’’
भाषा राजेश राजेश अजय
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