तिरुवनंतपुरम, 29 दिसंबर (भाषा) मलयालम फिल्म उद्योग ‘मॉलीवुड’ ने 2024 में अखिल भारतीय स्तर पर रिलीज होने वालीं कुछ ब्लॉकबस्टर फिल्में बनाई हैं और भारी मुनाफा कमाया गया, लेकिन केरल फिल्म निर्माता संघ (केपीएफए) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, वर्ष में रिलीज हुईं 204 फिल्मों में से केवल 26 फिल्मों ने ही अच्छी कमाई की।
केपीएफए के सचिव ए राकेश ने पीटीआई-भाषा से कहा, “सिनेमाघरों में रिलीज हुई 199 नई फिल्मों और पहले बनी फिल्मों के पांच रीमास्टर्ड संस्करणों पर उद्योग ने लगभग 1,000 करोड़ रुपये खर्च किए, जिनमें से केवल 26 फिल्मों को सिनेमाघरों से 300-350 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ।”
उन्होंने कहा कि इन आंकड़ों का मतलब है कि उद्योग को वर्ष के दौरान 650 करोड़ रुपये से 700 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।
राकेश ने कहा कि सिनेमा उद्योग को बनाए रखने के लिए अभिनेताओं सहित सभी हितधारकों को मलयालम फिल्म जगत में सख्त वित्तीय अनुशासन बनाए रखना चाहिए।
इस साल रिलीज हुई सिर्फ 26 फिल्में सुपरहिट, हिट और औसत हिट कैटेगरी में आती हैं। इन फिल्मों ने करीब 300 से 350 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया, जबकि बाकी फिल्में सिनेमाघरों में कोई खास कमाल नहीं दिखा पाईं।
उन्होंने बताया कि 2023 में भी 200 से ज्यादा फिल्में रिलीज हुईं, जिनमें से ज्यादातर का सिनेमाघरों में यही हाल हुआ था।
ओटीटी मंच से होने वाले कारोबार के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि बहुत अधिक फिल्में ओटीटी पर नहीं आ पातीं, क्योंकि उनमें से अधिकांश को थिएटर कलेक्शन के आधार पर खरीदा जाता है।
उन्होंने कहा कि संघ ने निर्माताओं द्वारा दिए गए अनुमानों के आधार पर ये आंकड़े निकाले हैं, जो फिल्म निर्माण में शामिल वास्तविक लागत के लगभग करीब होंगे।
निर्माताओं का मानना है कि फिल्मों की निर्माण लागत को कम किया जाना चाहिए और वित्तीय समझदारी के बिना उद्योग टिक नहीं सकता।
भाषा अनुराग पाण्डेय
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