नयी दिल्ली, 11 नवंबर (भाषा) युवा वयस्कों का एक बड़ा वर्ग म्यूचुअल फंड का रास्ता अपनाने के बजाय सीधे शेयर बाजारों में निवेश करना पसंद करता है। एक रिपोर्ट में यह बात सामने आई है।
वित्तीय प्रौद्योगिकी ब्रोकरेज कंपनी एंजेल वन की पहल फिन वन की रिपोर्ट के अनुसार, 93 प्रतिशत युवा वयस्क लगातार बचत करते हैं, जिनमें से अधिकतर अपनी मासिक आय का 20-30 प्रतिशत बचाते हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, शेयर उनका पसंदीदा निवेश विकल्प है। सर्वेक्षण में शामिल 45 प्रतिशत लोगों ने इन्हें सावधि जमा (एफडी) या सोने जैसे अधिक पारंपरिक विकल्पों पर तरजीह दी है। वर्तमान में 58 प्रतिशत युवा भारतीय निवेशक शेयरों में निवेश करते हैं, जबकि 39 प्रतिशत म्यूचुअल फंड में निवेश करना पसंद करते हैं।
ब्रोकरेज कंपनी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि सावधि जमा (22 प्रतिशत) और आवर्ती जमा (26 प्रतिशत) जैसे सुरक्षित विकल्पों को अपेक्षाकृत कम अपनाया जा रहा है। यह युवाओं के बीच उच्च ‘रिटर्न’ और स्थिर बचत के बीच संतुलित दृष्टिकोण को दर्शाता है।
इस रिपोर्ट को 13 से अधिक भारतीय शहरों के 1,600 युवा भारतीयों से मिले जवाबों के आधार पर तैयार किया गया। उनसे पूछे सवाल चार प्रमुख विषयों बचत व्यवहार, निवेश प्राथमिकताएं, वित्तीय साक्षरता तथा प्रौद्योगिकी व वित्तीय साधनों के उपयोग पर केंद्रित थे।
इसमें डिजिटल मंच और प्रौद्योगिकी की भूमिका को भी रेखांकित किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, 68 प्रतिशत उत्तरदाता नियमित रूप से स्वचालित बचत उपकरणों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
अनुशासित बचत आदतों के बावजूद, 85 प्रतिशत युवा भारतीय जीवन की उच्च लागत, विशेष रूप से भोजन, उपयोगिताओं तथा परिवहन को बचत में सबसे बड़ी बाधा मानते हैं।
इससे पता चलता है कि बढ़ती जीवन लागत भारत के युवाओं के लिए एक गंभीर चुनौती है।
भाषा निहारिका अजय
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