(तस्वीरों के साथ)
ओसाका, 30 जनवरी (भाषा) मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने बृहस्पतिवार को जापान में निवेशकों को अपने यहां निवेश के लिए आमंत्रित करते हुए दोनों देशों के बीच सौहार्दपूर्ण संबंधों और राज्य में उपलब्ध प्राकृतिक संसाधनों का हवाला दिया।
यादव ने 24-25 फरवरी को होने वाले वैश्विक निवेशक सम्मेलन ‘इन्वेस्ट मध्यप्रदेश’ के लिए आयोजित ‘रोड शो’ के दौरान कहा कि उनके राज्य में प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संसाधन हैं और वह चाहते हैं कि निवेशक इनके उपयोग की संभावनाएं तलाशें।
यादव ने कहा, “जब मैं निवेश, रोजगार और आर्थिक प्रगति की बात करता हूं तो वैश्विक निवेश और तकनीकी साझेदारी तथा सांस्कृतिक संबंधों के लिए सबसे कुशल केंद्र जापान है। मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि जिस स्थान के लिए मैं यहां खड़ा हूं, उसे ईश्वर ने प्रचुर संसाधनों से नवाजा है। मैं आपसे उन संसाधनों का उपयोग करने का आह्वान कर रहा हूं, दुरुपयोग का नहीं।”
उन्होंने कहा कि सुविधाजनक कारोबारी माहौल उपलब्ध कराने के मामले में भारत और जापान के बीच कई समानताएं हैं।
यादव ने कहा कि मध्यप्रदेश में प्रचुर जल, वन और मानव संसाधन के अलावा अच्छा रेल, सड़क और हवाई संपर्क है जो इसे कारोबार के लिए विशिष्ट स्थल बनाता है।
उन्होंने कहा कि चाहे वह दिल्ली से मुंबई तक आठ लेन का एक्सप्रेस-वे हो, अटल प्रगति पथ हो, औद्योगिक गलियारा हो, पूर्व-पश्चिम गलियारा हो, उत्तर-दक्षिण गलियारा हो – सभी प्रकार का संपर्क जो निवेशकों के लिए उत्पादों की समय पर बाजार में आपूर्ति के लिए महत्वपूर्ण हैं, मध्यप्रदेश से होकर गुजरता है।
यादव ने कहा, “वहां 300 से अधिक औद्योगिक पार्क हैं और सभी प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध हैं – कपड़ा पार्क, मसाला पार्क, आईटी पार्क, सौर उपकरण पार्क, फुटवियर पार्क, फार्मा पार्क, परिधान पार्क, सेमीकंडक्टर पार्क… अगर कुछ बचा है तो मुझे बताएं, हम उसे लगाने के लिए तैयार हैं।”
निवेशकों को संबोधित करते हुए यादव ने कहा कि जब मजबूत बुनियादी ढांचे के बारे में चर्चा होती है तो औद्योगिक नीतियां भी स्पष्ट होनी चाहिए और प्रगति भी पारदर्शी रूप से दिखाई देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि परिधान क्षेत्र में राज्य सरकार निवेश पर 200 प्रतिशत की प्रोत्साहन राशि दे रही है।
यादव जापान की चार दिवसीय यात्रा पर हैं।
भाषा अनुराग अजय
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